हज़रत अली की शहादत पर निकला कदीमी जुलुस
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जौनपुर। नगर के मोहल्ला बलुआघाट स्थित इमाम बारगह मद्दू मरहुम में 20 रमजा़न हज़रत अली अ की शहादत पर कदीमी जुलुस निकला जिसमे सबसे पहले सोज़ख्वानी रवीश जौनपुर वा मजलिस को खिताब किया मौलाना इरशाद अब्बास ने को खिताब किया अंजुमन हुसैनीयां ने नोहा वा मातम करते हुए जुलुस चहारसू चौराहे पर पहुंचा जहां अलम वा ताबूत का मिलान हुआ उसके अंजुमन ज़ुल्फेकारिया वा अंजुमन हुसैनीयां ने अपने कदीम रास्ते चहारसू चौराहा ,ओलंगज, कचहरी से होते हुए हाय अली हाय अली की सदाओं के साथ जुलुस शाह के पंजे लेकर गयी
आपको बताते चले की कोरोना काल की वजह से दो वर्षों से पूरे देश मे धार्मिक जुलूस नही उठ रहे थे इस साल सरकार ने प्रर्मिशन मिलने पर जुलुस निकाला गया
*कब और कैसे हुई थी हज़रत अली की शहादत*
आज से 1400 वर्ष पूर्व कूफे की मस्जिद मे पैग़म्बर हज़रत मुहम्मद स0 के उत्तराधिकारी और दामाद वा तत्कालीन ख़लीफा हज़रत अली अ0 को अरब के पूर्व शासक उम्मईया वंश के वंशज माविया द्वारा सुबह फज्र की नमाज़ की अगुवाई करते समय माविया द्वारा भेजे गए एक हत्यारे इब्ने मुल्जिम ने ज़हर में ढूबी हुई तलवार से सिर पर वार कर के बुरी तरहां ज़ख्मी कर दिया था।
उसी की याद में शिया समुदाय जुलूस निकालता है
इस जुलुस मे बडी संख्या में महिलाए पुरूष और बच्चे शिरकत कर हज़रत अली को पुरसा पेश करते है ।जुलूस के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए, शासन प्रशासन के आला अधिकारी भी मौजूद रहे।