संदिग्ध परिस्थितियों में झुलसने से महिला और उसकी दुधमुंही बेटी की मौत
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जौनपुर। महराजगंज थाना क्षेत्र के चारो गांव में रविवार की सुबह महिला और उसकी दुधमुंही बेटी की संदिग्ध परिस्थितियों में झुलसने से मौत हो गई। परिवार वाले खाना बनाते समय साड़ी में आग पकड़ लेने से हादसा होना बता रहे हैं। वहीं गांव में चर्चा है कि आर्थिक तंगी के चलते उसने बेटी संग आग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
उक्त गांव निवासी बिहारी लाल विश्वकर्मा रोजी-रोटी के सिलसिले में मुंबई रहता है। उसकी 33 वर्षीय पत्नी सीमा विश्वकर्मा 14 माह की पुत्री दिव्यांशी के साथ घर पर अलग रहती थी। उसी घर में सास-ससुर व अन्य ससुरालीजन रहते थे। सुबह घर से चीख-पुकार सुनाई पड़ने पर पास-पड़ोस के लोग और स्वजन जुट गए। उसके कमरे में गए तो बुरी तरह से झुलसकर मां बेटी अंतिम सांसें गिन रहीं थीं। खबर दिए जाने पर एबीएस पुलिस चौकी प्रभारी हरिश्चंद्र सिंह पुलिस जवानों के साथ मौके पर आ गए। पूछताछ में स्वजन ने बताया कि खाना बनाते समय असावधानी के चलते साड़ी में आग पकड़ लेने से सीमा व दिव्यांशी झुलस गईं। मां-बेटी को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। वहां ले जाते समय रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। मृतका पड़ोसी जिले प्रतापगढ़ के पट्टी थाना क्षेत्र के किठौली गांव निवासी राजपति विश्वकर्मा की पुत्री थी। उसकी शादी दस वर्ष पूर्व हुई थी। खबर सुनकर मायके वाले सीधे जिला अस्पताल पहुंच गए। आरंभिक छानबीन में पता चला है कि सीमा बेटी को गोद में लेकर चूल्हे पर खाना बना रही थी। पल्लू में आग पकड़ लेने से मां-बेटी झुलस गईं। सीएचसी महराजगंज से जिला अस्पताल व वहां से बेहतर उपचार के लिए बीएचयू ले जाते समय रास्ते में दोनों की मौत हो गई। मायके वाले व ससुरालीजन साथ हैं। यदि मायके वाले किसी तरह की तहरीर देंगे तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।