रहस्यमय परिस्थितियों में हुई महिला की मौत, न्याय के लिए दर दर भटक रहा हेड कास्टेबल भाई
मृतक सुमन मौर्या |
महराजगंज थाना क्षेत्र के सलामतपुर गांव की निवासी प्रेमचंद्र मौर्या की पत्नी सुमन मौर्या की बीते 14 सितम्बर को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गयी। ससुराल पक्ष के लोगो ने सुमन के माइके वालों को वगैर खबर दिये उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
गुरूवार को उसका भाई प्रमोद कुमार ने अपर पुलिस अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि मैं मछलीशहर कोतवाली के पहाड़पुर गांव का रहने वाला हूं तथा मै मौजूदा समय में दिल्ली में प्रवर्तन विभाग में हेड कास्टेल पद पर तैनात हूं। मेरी बहन सुमन मौर्या की शादी सन् 2011 में महराजगंज थाना क्षेत्र के सलामपुर गांव के निवासी प्रेमचंद्र मौर्या से हुआ था। 14 सितम्बर को दिन में करीब 11 बजे मेरे रिश्तेदारों ने फोन से बताया कि सुमन की मौत हो गयी है। उसके बाद मैने बहन और जीजा प्रेमचंद्र के मोबाइल पर फोन लगाया तो कोई उत्तर नही मिला। दोपहर 12 बजे पता चला कि जीजा प्रेमचंद्र अपने भाईयों के साथ मिलकर वगैर मेरे परिवार व रिश्तेदार को सूचना दिये घाट पर अंतिम संस्कार कर रहे है। पता चलने पर मेरे जीजा अखिलेश व बहन पूनम ने प्रेमचंद्र के भाई विनोद मौर्या के मोबाइल पर फोन करके कहा कि हम लोग घाट पर पहुंच रहे है लाश अभी मत जलाये किन्तु आनन फानन में मेरी बहन का अंतिम संस्कार कर दिया। जिससे मुझे पूरा शक है कि मेरी बहन की हत्या की गयी है। सबूत को मिटाने के लिए बिना सूचना दिये दाह संस्कार कर दिया गया। मेरी बहन पूरी तरह से स्वस्थ्य थी मरने के एक दिन पूर्व उसने मां और पिता से मोबाइल पर बातचीत की थी। हम लोग मुकदमा दर्ज कराने के लिए महराजगंज थाने गये लेकिन मुकदमा नही दर्ज किया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक देहात त्रिभुवन सिंह ने प्रार्थना पत्र लेकर जांच कराने की बात कही है।