औरत की जानिब पुस्तक की कविताएं नारियों के विभिन्न पक्षों का मार्मिक विश्लेषण करती हैं : अजय कुमार
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जौनपुर। जनपद हिंदी साहित्य सम्मेलन के तत्वावधान में कवि डॉक्टर धीरेंद्र पटेल की पुस्तक औरत की जानिब का विमोचन एवं परिचर्चा का कार्यक्रम हिंदी भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अजय कुमार ने कहा कि उक्त पुस्तक की कविताएं नारियों के विभिन्न पक्षों का मार्मिक विश्लेषण करती हैं। कवि द्वारा बहुत ही सरलता के साथ जनमानस के बीच कविता के माध्यम से अपनी बात कही गई। आशा करता हूं आगे भी इसी तरह की रचनाएं इनके द्वारा आती रहेंगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपस्थित प्रोफेसर चौथी राम ने डॉक्टर धीरेंद्र पटेल की कविताओं को समकालीन रचनाकारों से इस मायने में अलग किस्म की कहा कि इन्होंने महिलाओं के संवेदना ओं को गहराई से आत्मसात किया है और इनकी कविताएं समाज के उपेक्षित वंचित शोषित नारियों को संवेदनाओं को भावनाओं को व्यक्त करती। विशिष्ट अतिथि के रूप में आए हुए प्रोफेसर दिनेश कुशवाहा ने इनकी कविताओं की बोधगम्यता को सराहा तथा बताया कि यह कविताएं जिनकी लिए लिखी गई है वास्तव में उनकी समझ में आएंगे क्योंकि सरल सहज हैं। समकालीन युवा समीक्षक डॉडॉ वंदना चौबे ने डॉक्टर धीरेंद्र पटेल की कृतियों पर प्रकाश डाला तथा तथा सरलता प्रशंसा की। और उनके कविताओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन डॉ अजय विक्रम सिंह एवं डॉ संजय श्रीवास्तव के द्वारा संयुक्त रुप से किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर पीसी विश्वकर्मा सभाजीत द्विवेदी प्रखर जनार्दन अस्थाना गिरीश चंद गिरीश डॉक्टर अहमद निसार और डॉ सुषमा सिंह रेखा मिश्रा डॉ राकेश बिंद डॉ चंद्र भूषण त्रिपाठी देवेंद्र पांडे आदि प्रमुख बुद्धिजीवी साहित्यकार एवं कवि उपस्थित रहे। डॉक्टर धीरेंद्र पटेल द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं अंग वस्त्रम भेंट किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।