डीएम के तेवर को देख सभी कर्मियों की घिग्घी बंधी रही
जिलाधिकारी सबसे पहले गांव के प्राथमिक विद्यालय पर पहुंचे जहां पर पहले से ही निगरानी समिति के लोग मौजूद थे। जिलाधिकारी ने बारी-बारी आशाओं से जानकारी ली। उन्होंने गांव में आने वाले प्रवासियों, कोविड लक्षण वाले मरीजों एवं दवा वितरण के बारे में पूछताछ की। उन्होंने वहां मौजूद सभी आशाओं को निर्देश देते हुए कहा कि गांव के प्रत्येक घर का निरीक्षण करना है, किसी को भी खांसी, सर्दी जुकाम, खराश एवं बुखार हो तो तत्काल उसकी जांच कर आवश्यक दवा दिया जाए, इसके बाद निगरानी समिति को सूचित किया जाए। लक्षण होने पर तत्काल उसकी कोविड जांच कराई जाए। जिलाधिकारी ने बताया कि गांवों में अभियान चल रहा है, बीमारी अगर पहले पकड़ में आ जाती है तो उसका बेहतर ढंग से इलाज हो जाएगा, देरी होने पर ही परेशानी होती है। उन्होंने गांव के सभी लोगों से सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि नीम-हकीम के चक्कर में न पड़े, कोई भी लक्षण होने पर तत्काल निगरानी समिति को सूचित करें। डीएम ने गांव के कंटेनमेंट जोन में जाकर गांव में चल रहे कोरोना जांच की आवश्यक जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश देकर वापस लौट गए।
Ek Gaon Mein jaane se pure Jile Ka jaanch To Nahin ho jaega
जवाब देंहटाएंPure Jile mein Main Chhote se Chhote gram mein main Dawa ki chhidkav karaen Taki pura Jila surakshit Rahe Paye
जवाब देंहटाएं