तरूणमित्र व मान्यवर के संस्थापकों का एक साथ चले जाना संयोग है
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जौनपुर। जौनपुर से प्रकाशित दो प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों के सम्पादकों का एक ही दिन दुनिया से अलविदा कह जाना एक तरह से संयोग ही कहा जायेगा। उक्त बातें सम्पादक मण्डल उत्तर प्रदेश के जौनपुर अध्यक्ष राकेशकान्त पाण्डेय एवं गोमती जनर्लिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राम सिंगार शुक्ला गदेला ने आनलाइन शोकसभा के माध्यम से संयुक्त रूप से कही। इसी क्रम में दोनों संस्थाओं के संस्थापक एवं समूह सम्पादक रामजी जायसवाल ने कहा कि अखबारी जगत में जहां तरूणमित्र के संस्थापक/समूह सम्पादक कैलाशनाथ विश्वकर्मा और दैनिक मान्यवर के संस्थापक/समूह सम्पादक ओम प्रकाश जायसवाल मेरे गुरू थे, वहीं व्यवहारिक दृष्टिकोण से उक्त दोनों महान हस्तियां मेरे पिता थे। इसके अलावा अन्य सम्पादकों व पत्रकारों ने आनलाइन माध्यम से शोक व्यक्त करते हुये दोनों को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। शोकसभा में जय प्रकाश मिश्र, मोहर्रम अली, आदर्श कुमार, शम्भू सिंह सोलंकी, प्रमोद जायसवाल, संजय अस्थाना, डा. अनिल दुबे आजाद, अजय पाण्डेय, विनोद यादव, डा. ब्रजेश यदुवंशी, डा. प्रमोद वाचस्पति, मंगला प्रसाद तिवारी, रूद्र प्रताप सिंह, इन्द्रजीत सिंह मौर्य, अखिलेश सिंह, अखिलेश यादव, चन्द्र प्रकाश शुक्ला, फूलचन्द्र यादव, राजेश गुप्ता, अजय पाल, मो. रऊफ खान, छोटे लाल सिंह, रमेश चन्द्र यादव, राजकेशर एडवोकेट, विरेन्द्र सिंह, विरेन्द्र गुप्ता, महेन्द्र प्रजापति, अजीत सोनी, सूरज साहू, डा. मेंहदी हुसैन रिजवी, अरविन्द पटेल, शैलेन्द्र यादव, संजय शुक्ला, महेन्द्र प्रताप चौधरी, अनिल गौतम, लालजीत डेमोस, कृपाशंकर यादव, अंकित जायसवाल, शूभांशू जायसवाल, दीपक जायसवाल, आदर्श प्रजापति, किशन रावत, विपिन श्रीमाली, विनोद विश्वकर्मा, संजय चौरसिया, अनूप कुमार, उमेश गुप्ता सहित तमाम सम्पादक, पत्रकार, छायाकार आदि शामिल रहे।