कोविड-19 के नियमों का पालन कराने में प्रशासन को छूट रहे पसीने
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जौनपुर। जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर 17 मई तक कोरोना कर्फ्यू तो इसी में चार निकाय जौनपुर, शाहगंज, मछलीशहर, मड़ियाहूं को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इन सभी जगहों पर कोविड-19 के नियमों का पालन कराने में प्रशासन को पसीने छूट रहे हैं। सुबह 11 बजे तक किराना के दुकानों से सामानों के खरीद की छूट दी गई है तो लोग कोविड-19 की धज्जियां उड़ा रहे हैं। वहीं प्रशासन की तरफ से सख्ती दिखाते हुए बेवजह घूमने वालों पर लाठियां भांजती दिखी तो कई का चालान भी काटा।
जिले में कोरोना कर्फ्यू 30 अप्रैल से लागू किया गया है। इससे सारा बाजार बंद चल रहा है। सरकार के आदेश बाद यह बंदी निरंतर बढ़ती जा रही है। इससे जहां व्यवसायियों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है तो घरों में बैठे लोगों को सामानों की किल्लत हो रही है। वहीं इसी बीच शादी पड़ने पर लोगों को खरीदारी में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। जिस घर में शादी पड़ी है उस परिवार के सदस्य किसी तरह से व्यवसायियों से मिन्नतें करके सामान उपलब्ध कराने को कह रहे है। ऐसे में चोरी छिपे कुछ सलेक्टेड पीस के जरिए ही दूल्हा-दुल्हन व परिवार के अन्य सदस्यों की मन मसोस के खरीदारी हो रही है। वहीं दूसरी बड़ी समस्या है कि बंदी के चलते रोजाना दुकानों व दिहाड़ी पर काम करने वाले गरीबों के घर चूल्हा भी नहीं जल पा रहा है। उनके रोजगार के बारे में प्रशासन नहीं सोच रहा है। वहीं आवश्यक कार्य के लिए गैर जनपद जाने वालों को मुश्किलें हो रही है, वजह कि सिर्फ चिकित्सा व उपचार के लिए ई-पास जारी किया जा रहा है।