अपने पैसे से मरीजों को ऑक्सीजन मुहैया कराने वाले युवक पर दर्ज हुआ मुकदमा
जौनपुर। अपने पैसे से दो दर्जन से अधिक मरीजों को ऑक्सीजन मुहैया कराकर उनकी टूटती सास को रोकने का प्रयास करने वाले एक देवदूत को सम्मानित करने के बजाय जिला अस्पताल प्रशासन ने उसके खिलाफ नगर कोतवाली में महामारी फ़ैलाने का मुकदमा दर्ज कराया है। एक समाजसेवी के खिलाफ एफआइआर दर्ज होने से समाज का हर तबका आश्चर्य चकित हो गया है। यह मामला मीडिया द्वारा डीएम के संज्ञान में आया तो उन्होंने जाँच कराने की बात कही है। उधर इस बाबत सीएमएस से बात किया गया तो वे झलाते हुए कहा कि यह बात आप मुझसे नहीं पुलिस से पूछिए , मैं तो इस समय कोविड का मरीज हूँ , इतना कहने के बाद उन्होंने फोन काट दिया।
मालूम हो कि गुरुवार की सुबह से ही जिला अस्पताल में मरीजों का ताता लग गया , अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण मरीजों का इलाज समय पर नहीं हो पा रहा था , मरीजों को जमीन पर तड़फता देख नगर के अहियापुर मोहल्ले का निवासी व प्राइवेट एबुलेंस संचालक विक्की अग्रहरि खुद अपने स्तर से ऑक्सीजन की व्यवस्था करके मरीजों को ऑक्सीजन देने लगा। विक्की के अनुसार उसने 27 से 28 मरीजों को ऑक्सीजन देकर उनकी जान बचाया था। यह खबर जब न्यूज़ चैनलों पर प्रसारित होने लगा और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ तो अस्पताल प्रशासन की कलई खुल गई , अपनी किरकिरी होने से नाराज सीएमएस ने देर शाम नगर कोतवाली में महामारी फ़ैलाने का मुकदमा दर्ज करा दिया।
फ़िलहाल मीडिया द्वारा यह मामला डीएम मनीष कुमार वर्मा के संज्ञान में आया तो उन्होंने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए जाँच कराने की बात कही है।
यह वीडियो गुरुवार का है , आप भी देखिये एबुलेंस संचालक कैसे मरीजों को ऑक्सीजन दे रहा है।