कोरोना से जंग जीतने के लिए सुनी रही सड़के , वीरान रही गलियां
शुक्रवार की रात आठ बजे कोरोना कर्फ्यू की शुरुआत होने के बाद लोग घरों में ऐसे घुसे कि फिर बाहर ही नहीं आए। सुबह दूध, अखबार जैसी दैनिक उपयोग की जरुरतों के लिए लोग कुछ देर के लिए घरों से बाहर आए, लेकिन काम पूरा होते ही सीधे घर में चले गए। शहर का पॉलीटेक्निक चौराहा रहा हो या जेसीज और ओलंदगंज व चहारसू चौराहा, वाजिदपुर, सद्भावना तिराहा, कोतवाली, सब्जी मंडी, शकरमंडी सहित सभी इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। यही स्थिति जिले के अन्य प्रमुख बाजारों की भी थी। खास बात यह कि कर्फ्यू का पालन कराने के लिए पुलिस-प्रशासन को तनिक भी मशक्कत नहीं करनी पड़ी। सामान्य दिनों में चौराहों-तिराहों पर लगने वाली पुलिस पिकेट भी खाली रही। दूर-दूर तक कोई पुलिसकर्मी नजर नहीं आए। लोग खुद से सतर्क होकर अपने कदमों को घरों के अंदर समेटे रखने के लिए संकल्पित दिखे।