बेखौफ बदमाशों ने दिनदहाड़े उड़ाई बाइक
मिली खबरों के अनुसार आज दोपहर जफराबाद थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव निवासी शिवांश सिंह पुत्र अरविंद सिंह नामक युवक अपने हीरो सुपर बाइक रजिस्ट्रेशन संख्या यू0 पी062 bh-7961 ,, सिविल लाइन स्थित स्टेट बैंक के सामने ट्रेजरी चालान जमा करने कतार में लगा था कि पहले से घात लगाए चोरों ने लॉक की गई गाड़ी चोरी कर निकल भागे , इधर जब युवक बैंक कार्य करके जब उस स्थान पर गया जहां उसने बाइक खड़ी की थी वहां से बाइक नही मिली। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से घबराए युवक ने अगल बगल स्थानों पर बाइक की काफी खोजबीन करने के बाद विवश होकर स्थानीय थाना लाइन बाजार पहुंचा और गाड़ी चोरी होने की तहरीर मौके पर मौजूद पुलिस वालों को दी तो पुलिस ने फौरी कार्रवाई के बजाय उल्टा पीड़ित को ही सिविल लाइन पुलिस चौकी भेज दिया गया और कहा गया कि जाकर वही तहरीर दीजिए। जहां एक तरफ प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ कानून व्यवस्था दुरुस्त होने का दावा कर रहे हैं वही जौनपुर की लाइन बाजार थाना पुलिस बाइक चोरी की घटना की सूचना तत्काल मिलने के बाद चोरों की घेराबंदी के बजाय पीड़ित को ही सिविल लाइन पुलिस चौकी यह कह कर भेजा जाता है कि यह मामला सिविल लाइन पुलिस चौकी क्षेत्र का है जबकि लाइन बाजार थाने की यह चौकी रिपोर्टिंग चौकी नहीं है ऐसे में जिला पुलिस प्रमुख राजकरन नैयर को चाहिए कि इस पूरे घटनाक्रम की जांच कर दायित्वों के प्रति घोर लापरवाह पुलिस कर्मियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए काश यदि लोइन बाजार थाने की पुलिस बाइक चोरी की घटना को की सूचना मिलते ही वाहनों की चेकिंग चौराहे चौराहे पर शुरु कर देती तो निश्चित तौर पर चोर पुलिस के गिरफ्त में आते लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया वही उल्टे पुलिस ने चोरों को बाइक लेकर निकल भागने का पूरा मौका दिया। दिनदहाड़े लाइन बाजार थाना क्षेत्र के सिविल लाइन स्टेट बैंक के सामने बाइक चोरी की घटना आज उस समय हुई जब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हेतु ट्रेजरी चालान करने वालों की भारी भीड़ बैंक के सामने कतार लगाई थी और जिला पुलिस प्रशासन द्वारा भारी संख्या में पुलिस के जिम्मेदार अधिकारी समेत पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी । ऐसे में चोरों का दुस्साहस पूर्ण रवैया यह संकेत देता है कि लाइन बाजार पुलिस अपने दायित्वों के प्रति भटक चुकी है प्रदेश सरकार के मुखिया को चाहिए कि गैर अनुशासित पुलिसकर्मियों के संदिग्ध आचरण की जांच किसी जिम्मेदार अधिकारी से करा कर आवश्यक कार्यवाही संपादित करते जिससे शासन सत्ता के प्रति जनता में अच्छा संदेश जाता।