B D C प्रत्याशी के अपहरण की झूठी सूचना पर हलकान हुई पुलिस
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जौनपुर। बीडीसी प्रत्याशी के अपहरण की झूठी सूचना पर बुधवार को पूरे दिन पुलिस परेशान रही। प्रत्याशी के भाई की तहरीर पर सिकरारा थाने में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज हुआ। थानाध्यक्ष का कहना है कि बीडीसी प्रत्याशी के अपहरण की जिन लोगों ने फर्जी अफवाह फैलाई है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार को थाने पर इससे संबंधित लोगों को थाने पर बुलाकर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
सादात बिदुली गांव से बीडीसी का चुनाव लड़ रहे सूरज यादव के परिजनों को किसी ने सूचना दे दी कि आप के बेटे का अपहरण हो गया है। अपहरण की सूचना पर परिवार के लोग परेशान हो गए। सूरज के भाई सिकरारा थाने पहुंचकर गुमशुदगी की तहरीर दी तो पुलिस गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर सूरज की तलाश में जुट गई। इसी दौरान पता चला कि सूरज की मोटरसाइकिल फतेहगंज बाजार में एक मकान के पास खड़ी है। पुलिस मौके पर पहुंचकर मकान मालिक से दरवाजे पर खड़ी मोटरसाइकिल के बारे में पूछा तो मकान मालिक ने बताया कि रोड किनारे मकान और दुकान है। यहां दिनभर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। काफी लोग बिना बताए वाहन खड़ी करके चले जाते हैं। मुझे नहीं पता कि वाहन किसका है। पुलिस मोटरसाइकिल कब्जे में लेकर सिकरारा थाने ले आई। थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार दुबे ने बताया कि थोड़ी ही देरबाद शाम को पता चला कि उक्त प्रत्याशी अपने घर पहुंच गया। पुलिस सूरज को थाने बुलाकर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मोटरसाइकिल से अपने रिश्तेदार के यहां जा रहा था, रास्ते में फतेहगंज में उसकी गाड़ी खराब हो गई तो वह सड़क किनारे एक मकान के पास खड़ी करके चला गया। बताया कि मोबाइल डिस्चार्ज था, इसलिए घरवालों से संपर्क नहीं हो सका। वापस आने पर गाड़ी नहीं दिखी तो पता करने सीधा घर आ गया। पूछताछ में पुलिस ने सूरज को परिजनों के हवाले कर दिया। लोगों में चर्चा है कि सादात बिदुली गांव से निर्विरोध निर्वाचित होने के लिए एक प्रत्याशी के पक्ष में समर्थन के लिए सूरज पर दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन वह बैठना नहीं चाहता था। उसे पर्चा उठाने के निर्धारित समय तक हटाने में किसी ने सहयोग किया।