होली पर्व पर एक व्यक्ति की हत्या, योगी सरकार की भयमुक्त समाज के नारे को तार तार करने में जुटी लाइनबाजार थाने की पुलिस
लाइनबाजार पुलिस हमेशा बड़ी घटनाओं को हल्के में लेने का काम कर रही है जिसके कारण समय समय पर हत्याएं हो रही है।
इसका उदाहरण है पत्रकार पुत्र के ऊपर हुए प्राणघातक हमले व दिन दहाड़े डकैती के मामले में लाइनबाजार पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी करने के बजाय लगातार आरोपियों के पक्ष में खड़ी है। पुलिस के इस रवैये के कारण योगी सरकार की भयमुक्त की परिकल्पना को चकनाचूर हो रही है।
कुंवरदा गांव में देर शाम करीब 8.45 बजे चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में कहासुनी होने लगी। इस दौरान कहासुनी मारपीट में बदली और एक पक्ष से गोली चलने में वृद्ध की मौत हो गई। गोली रामजीत यादव (62) के गले में लगी। घायल अवस्था में उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। दूसरे पक्ष के स्वामीनाथ का कहना है कि उन्हें भी लोगों ने लाठी-डंडे से बुरी तरह पीटा जिसमें उनकी पत्नी पुष्प लता देवी (70) समेत कई लोग घायल हुए है।