योगी के भयमुक्त समाज की परिकल्पना को पलीता लगाने में जुटे है कुछ भाजपा नेता !
जौनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भयमुक्त समाज की परिकल्पना की धज्जियां उड़ाते हुए आधा दर्जन से अधिक बदमाशो ने आज दिन दहाड़े एक ऐसे व्यापारी की दुकान पर धावा बोलकर जमकर लूटपाट ,तोड़फोड़ और व्यापारी को मौत के घाट उतारने का प्रयास किया जो कोरोनाकाल में बेरोगार होने के बाद अपना व्यापार चार दिन पूर्व ही शुरू किया था।
हैरत की बात यह है कि योगी आदित्यनाथ के भयमुक्त समाज के सपने को तार तार करने वाले बदमाशो के पक्ष कुछ भाजपा नेता ,पार्टी के पदाधिकारी ही खड़े हो गये है। वारदात के बाद से ही ये बीजेपी नेता पुलिस अधिकारियों पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न करने के दबाव बनाने लगे है।
सूत्रों के अनुसार पहले मुकदमा न दर्ज करने का दबाव बना रहे थे जिसके कारण पुलिस घटना के कारीब सात घंटे बाद मुकदमा दर्ज किया।
मुकदमा दर्ज होने के बाद अब यह सफेदपोश नेता आरोपियों की गिरफ्तारी न करने व तफ्तीश में गम्भीर धाराओ को हटाने का दबाव बना रहे है।
इन नेताओ के चलते जहां मुख्यमंत्री का भय मुक्त समाज का सपना चकनाचूर होने जा रहा है वही प्रधानमंत्री मोदी का आत्मनिर्भर भारत हवा हवाई करने का प्रयास बीजेपी के नेताओ के द्वारा किया जा रहा है।
मालूम हो कि नगर के न्यू भगौती कालोनी निवासी प्रियन्जुल सिंह पुत्र राजकुमार सिंह की टीबी हास्पिटल के पास आराध्या फर्नीचर हाऊस के नाम से बीते 15 मार्च को दुकान खोलकर व्यापार करना शुरू किया था। दुकान खुलले के ठीक चार दिन बाद ही शुक्रवार को करीब सवा 11 बजे दिन में प्रियन्जुल सिंह अपनी दुकान पर बैठा था उसी समय आठ से दस लोग लाठी,डण्डा और लोहे की राड लेकर पहुंचे सभी ने पहले प्रियन्जुल को जमकर मारा पीटा उसके दुकान में रखे फर्नीचर को तोड़ डाला, जाते समय कैश बाक्श में रखे 43 हजार रूपये नगद लूटकर फरार हो गये। दिन दहाड़े हुई इस वारदात से दहशत का माहौल कायम हो गया। सूचना मिलते ही लाइनबाजार थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर लहूलुहान व्यापारी को जिला अस्पताल ले गयी। दवा इलाज के बाद पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने दो सगे भाई समेत आठ अज्ञात लोगो के खिलाफ धारा 147,148,307,395,427,452 और 7 क्रिमिनल एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलास में जुट गयी है।
बहुत ही शर्मनाक और निन्दनीय घटना इस सरकार में पीड़ितों की कही सुनवाई नहीं है देखिये इस घटना को लीपापोती करने की।पूरी कोशिश होगी।
जवाब देंहटाएंश्रीमान योगी जी को स्वयं घटना का संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष होकर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए जिनसे जनमानस को भरोसा हो कि योगीराज मे सब सुरक्षित हैं।
जवाब देंहटाएंपार्टी के साथ ही आरोपितों और उनके पैरोकारों का नाम भी उजागर कर दिया गया होता तो और अच्छा होता।
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