गरीबो का खून चूसने वाले अस्पताल को एसडीएम ने किया सीज़
https://www.shirazehind.com/2021/03/blog-post_25.html
जौनपुर। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से जिला अस्पताल के लिए रेफर प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को विचौलियों ने बहला-फुसलाकर निजी अस्पताल पहुंचा दिया। रास्ते में ही प्रसव होने के बाद भी अस्पताल संचालक ने दस हजार रुपये वसूल लिया। परिवारवालों ने 15 हजार रुपये और मांगने की शिकायत मछलीशहर उपजिलाधिकारी से की। एसडीएम ने अस्पताल को सीज कर कार्रवाई के लिए संस्तुति की है।
जमुहर गांव निवासी गुलाब की पत्नी पार्वती देवी को बुधवार की शाम प्रसव पीड़ा होने पर एंबुलेंस से सीएचसी लाया गया था। जहां चिकित्सक ने उनकी हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाते समय बीच रास्ते में ही प्रसव हो गया। उसके बाद उसे स्वास्थ्य कर्मियों की मिलीभगत से मछलीशहर मड़ियाहूं मार्ग के एक निजी अस्पताल संचालक के यहां भर्ती करवा दिया गया। इलाज के नाम पर संचालक ने गुलाब से दस हजार रुपये ले लिया। शुक्रवार की दोपहर डिस्चार्ज के नाम पर उससे पंद्रह हजार रुपये की और मांग करने लगे। यह सुन गुलाब ने मामले से अधीक्षक आरपी विश्वकर्मा को अवगत कराया। उन्होंने मामले की पूरी जानकारी उपजिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह को दी और पुलिस बल के साथ निजी अस्पताल पर पहुंच गए। उपजिलाधिकारी के अस्पताल पहुंचने की सूचना पर संचालक अस्पताल छोड़ कर फरार हो गया।