एलआइसी के अभिकर्ताओं ने जिले भर की शाखाओं पर कार्य का बहिष्कार
https://www.shirazehind.com/2021/03/blog-post_167.html
जौनपुर। लाइफ इंश्योरेंस फेडरेशन आफ इंडिया के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एलआइसी के अभिकर्ताओं ने मंगलवार को जिले भर की शाखाओं पर कार्य का बहिष्कार कर धरना दिया। इस दौरान सरकार के निर्णय का विरोध किया। अभिकर्ताओं ने निगम के एक हिस्से को सरकार की तरफ से बेचने को आत्मघाती कदम बताया।
भारत सरकार की बीमा क्षेत्र में एक बार पुन: विदेशी निवेश एफडीआइ 49 फीसद से बढ़ाकर 74 फीसद करने व पालिसीधारकों की तरफ से जमा पूंजी को आइपीओ में लगाने के केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में भारतीय जीवन बीमा निगम के कार्यालयों पर एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल हुआ। जिला मुख्यालय स्थित निगम के शाखा कार्यालय प्रथम के गेट पर जनपदीय अध्यक्ष राजीव सिंह की अध्यक्षता में धरना-प्रदर्शन हुआ। अभिकर्ता संगठन के संरक्षक सुदेश चंद्र गुप्त, नरेंद्र राय ने भारत सरकार के निजीकरण की प्रक्रिया का घोर-विरोध करते हुए कहा कि अगर सरकार यह आदेश वापस नहीं लेती है तो पूरे देश के अभिकर्ता एवं कर्मचारी संगठन देश के समस्त एलआइसी शाखाओं पर तालाबंदी को बाध्य होंगे। महासचिव सुशील चंद्र दुबे ने केंद्र सरकार के निजीकरण की नीतियों पर मुखर होकर बोलते हुए कही। इस मौके पर कोषाध्यक्ष महेश कुमार यादव, बाबूल नाथ उपाध्याय आदि मौजूद थे। इसी तरह मांगों को लेकर एलआइसी अभिकर्ताओं ने मुंगराबादशाहपुर शाखा पर कार्य बहिष्कार कर धरना देते हुए सरकार के निर्णय का विरोध किया। वक्ताओं ने कहा कि हमारे निगम के एक हिस्से को सरकार बेचने का आत्मघाती कदम उठा रही है जो अभिकर्ताओं के हित में नहीं है। हम सभी अभिकर्ता सरकार के इस निर्णय का पूर्णतया विरोध करते हैं। हड़ताल पर रहे अभिकर्ताओं नव व्यवसाय एवं प्रीमियम जमा नहीं किया, पूरी तरह कार्य का बहिष्कार किया। इस अवसर पर अध्यक्ष राजेश पांडेय, उपाध्यक्ष शिवशंकर मिश्रा, राकेश मौर्य, छोटेलाल पाल, सुरेंद्र प्रसाद त्रिपाठी, कृष्ण कुमार शुक्ल, राजमणि मिश्र, अशोक पांडेय, रामचंद्र यादव,कपूर शर्मा, प्रेमचंद्र आजाद, सुरेंद्र प्रजापति आदि अभिकर्ता रहे।