26 जनवरी 2011 को हुई अध्यापिका मौत कांड का फैसला जल्द
जौनपुर। शाहगंज कोतवाली क्षेत्र में एक दशक पूर्व अध्यापिका की आत्महत्या करने के विचाराधीन मुकदमे में सोमवार को जिला जज की अदालत में फार्मासिस्ट का बयान दर्ज किया गया। बयान के लिए 16 मार्च की तिथि नियत की गई। इस बहुचर्चित मामले में जल्द ही फैसला सुनाए जाने की संभावना है। घटना की एफआइआर तत्कालीन कोतवाली प्रभारी ने दर्ज कराई थी। अभियोजन पक्ष के अनुसार अध्यापिका शमीना अख्तर शाहगंज के एक निजी स्कूल में पढ़ाती थी। आरोपित रणधीर ठाकुर स्कूल का डायरेक्टर था। बीते 26 जनवरी 2011 को अध्यापिका ने डायरेक्टर के घर के सामने खुद को आग के हवाले कर दिया। सीएचसी शाहगंज में उसका प्राथमिक उपचार व मृत्यु पूर्व बयान हुआ। वहां से जिला अस्पताल फिर बीएचयू रेफर किया गया जहां उसकी मौत हो गई। आरोप है कि रणधीर ने उसके साथ शादी करने का वादा किया था। शमीमा के दबाव बनाने पर आरोपित ने मना कर दिया। इसी से क्षुब्ध होकर अध्यापिका ने मौत को गले लगेा लिया।