डीएम ने किया एआरटीओ कार्यालय का औचक निरीक्षण , लगी शिकायतों की झड़ी
जौनपुर। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया ।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने वहां पर उपस्थित लाइसेंस बनवाने वाले लोगों से बात की ।उन्होंने पूछा कि लाइसेंस बनवाने के लिए कितने रुपए लिए जा रहे हैं ।लोगों द्वारा बताया गया कि लाइसेंस बनवाने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया है, जिसकी निर्धारित फीस रू. 350 है , परंतु बाहर दुकानों पर ₹500 लिया जा रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने आर .आई. अशोक कुमार श्रीवास्तव को निर्देश दिया कि जिन दुकानों द्वारा लोगों के आनलाइन आवेदन किए जा जांच रहे हैं उनकी जांच करके कार्रवाई किया जाए तथा जो दुकानदार निर्धारित शुल्क से ज्यादा पैसे ले रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी द्वारा कार्यालय में पंजीयन का सर्वर रूम, पंजीयन अनुभाग, पुराने वाहनों के पंजीयन कक्ष का निरीक्षण किया तथा कर्मचारियों से जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी ने हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाए जाने की जानकारी प्राप्त की कि कब तक जिले में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट सभी गाड़ियों में लगा दी जाएंगी। जिस पर आर.आई. ने बताया कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं उसी के अनुसार कार्य किया जा रहा है। इस दौरान जिलाधिकारी ने लाइसेंस बनवाने आये मंगल प्रजापति पुत्र लालता प्रजापति निवासी राशिद आबाद विशेश्वरपुर, सदर, जौनपुर से बात की तो उन्होंने बताया कि हमारे लाइसेंस बनवाने के लिए 3500 रुपए दलाल द्वारा लिया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने आर.आई. को निर्देश दिया कि दलाल का पता लगाकर उसके खिलाफ एफ. आई.आर. दर्ज कराई जाए। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान हाजिरी रजिस्टर की भी जांच की जिसमें तारा सिंह चौहान ,कनिष्ठ सहायक अनुपस्थित मिले ।जिलाधिकारी ने कनिष्ठ सहायक का एक दिन का वेतन रोकने तथा उनसे स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी से अपील किया है कि सीधे कार्यालय में आये तथा जो भी शुल्क निर्धारित है उसको ही दें। अगर लोगों द्वारा कार्यालय में कोई दिक्कत होती है तो हम लोगों से संपर्क कर सकते हैं। किसी भी प्रकार के दलालों से बचें। उन्होंने कहा कि कुछ शिकायतें प्राप्त हो रही थी जिस पर जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।