प्रधानाचार्य को निलंबित करने के लिए डीआइओएस ने लगायी अपनी मुहर
जौनपुर। जिला विद्यालय निरीक्षक ने गंगादीन रामकुमार इण्टर कालेज रामगढ़ बरावां के प्रधानाचार्य सुभाष चंद्र तिवारी को निलंबित करने के लिए अपनी मुंहर लगा दिया है। श्री तिवारी पर पहले फर्जी व कुटरचित मार्क शीट के सहारे इस स्कूल में अग्रेजी विभाग में प्रवक्ता पद पर नौकरी करने व उसके बाद इस मार्कशीट की बदौलत प्रधानाचार्य की कर्शी हथियाने का आरोप है साथ ही छात्र निधियों से पचास लाख रूपये गबन करने जैसे गम्भीर आरोप लगा है। इन सारे मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित किया गया है। जांच पूरी होने तक उन्हे निलंबित किया गया है। जांच पूरी होने के बाद अगला निर्णय लिया जायेगा।
कालेज के प्रबंधक ने डीआइओएस को अवगत कराया था कि बीते सात फरवरी को प्रबंध समिति ने उनकी फर्जी मार्कशीट व गबन के मामले में प्रिंसपल को निलंबित करने का निर्णय लिया है । प्रधानाचार्य की मार्कशीट का सत्यापन के लिए गोरखपुर विश्वविद्यालय भेजा गया था, वहां आयी जांच में पता चला कि अनुक्रमांक 4262 वर्ष 1988 में किसी कक्षा हेतू किसी छात्र-छात्रा को आवंटित नही है। जिससे प्रतीत होता है कि वे एम ए अग्रेजी से पास नही है। इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित किया गया है। जांच प्रभावित न हो इस लिए प्रधानाचार्य को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने सोमवार को निलंबन का अनुमोदन कर दिया। डीआइओएस ने जांच टीम को दो माह में जांच पूरा करने का आदेश दिया है।