फिर अटका मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य, जानिए क्या है नया लफड़ा
जिले की जनता की बेहद मांग पर सितम्बर 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजकीय मेडिकल कालेज की अधारशील रखा था। उस समय 554 करोड़ की लागत से पांच सौ बेड वाले अस्पताल और कालेज का निर्माण तय किया गया था। 2017 विधानसभा चुनाव से पहले ही इस अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा करके ओपीडी शुरू करने का लक्ष्य रखा गया था। शुरूआती दौर में निर्माण कार्य काफी तेजी के साथ चला लेकिन बाद ग्रहण लग गया। कभी बालू गिट्टी की सप्लाई को लेकर ठेकेदारो के बीच बवाल शुरू हुआ तो कभी बजट की कमी समाने आने लगी। जिसका परिणाम रहा कि अखिलेश का सपना पूरा नही हो पाया।
विधानसभा चुनाव के बाद सूबे में बीजेपी सरकार बन गयी। भाजपा सरकार ने भी इस मेडिकल कालेज का निर्माण शीघ्र कराकर दवाई और पढ़ाई शुरू कराने का ऐलान किया। सरकार के दावे के बाद भी निर्माण कार्य में तेजी तो नही आया, अलबत्ता निर्माणाधीन मेडिकल कालेज का नामकरण जरूर कर दिया गया। एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जौनपुर आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका नाम शहीद उमानाथ सिंह मेडिकल कालेज कर दिया।
नगर विधायक व सूबे के आवास एवं शहरी नियोजन राज्यमंत्री गिरीश चंद्र यादव ने आज नयी खबर बताया है। उन्होने कहा कि उमानाथ राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज जौनपुर के निर्माण हेतु उपसंविदाकार मे0 टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड से उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा कार्य का अनुबंध किया गया था, किंतु टाटा प्रोजेक्ट्स द्वारा भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य के सापेक्ष निर्धारित समयावधि में काफी कम कार्य किया गया जिससे प्रतीत होता है कि टाटा प्रोजेक्ट द्वारा मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है, जिसके कारण उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम द्वारा मे0 टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड का अनुबंध निरस्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही दोबारा टेंडर करा कर उमानाथ राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज का कार्य प्रारंभ कराया जाएगा।