जानिए क्यो कड़ाके की ठण्ड में गर्म हो गया शाहगंज का इलाका
दरअसल गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के ट्रैक्टर परेड के समर्थन में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तहसील स्तर पर टैक्टर जुलूस निकाले का आवाह्न किया था। इसी कड़ी में शाहगंज के विधायक व पूर्व मंत्री शैलेन्द्र यादव ललई अपने समर्थको के साथ जुलूस निकालने की तैयारी में थे इसी बीच शाहगंज के एसडीएम और सीओ भारी पुलिस बल के साथ उनके घर पर पहुंच गये। अधिकारियों ने बताया कि आप आज घर पर ही रहे ।इतना सुनते ही ललई यादव अधिकारियों पर भड़क गये। अधिकारियों ने बताया कि हम लोग डीएम के आदेश पर आये है। विधायक ने तत्काल जिलाधिकारी मनीष वर्मा से फोन पर वार्ता करके घर पर रोके जाने का कारण पुछा व उनसे लिखित देने को कहा। ललई यादव ने डीएम से फोन पर कहा कि क्या मैं इस देश का नागरिक नही हूं जो आप मुझे झण्डा फहराने नही देगें। ललई ने यहां तक डीएम से कह डाला कि मै घर से निकल रहा हूं आप मेरे ऊपर गोली चलवाइए मुझे जेल भेज दीजिए ,डीएम से वार्ता के बाद ललई को झण्डा फहराने के लिए घर निकलने की अनुमति मिल गयी।
ललई यादव घर से पैदल ही सुरिश् तक पैदल निकल गए। इसके बाद टैक्टर से सरायमोहिद्दीनपुर के श्रीपत के राईसमिल पर सपाई नारेबाजी करते हुए ट्रैक्टर से पहुँचकर राष्ट्रगान किया। यहां पुलिस ने विधायक और सपा समर्थकों को हिरासत में ले लिया। ललई ने कहा कि योगी सरकार का लोकतंत्र व संविधान में विश्वास नहीं है। मुख्यमंत्री योगी सपा से डरकर आन्दोलनों को दमन के रास्ते से दबाने का काम कर रहे हैं लेकिन समाजवादी पार्टी किसानों, नौजवानों, गरीबों, मजलूमों के पक्ष में खड़ी होकर संघर्ष करती रहेंगी। जब तक तानाशाह मुख्यमंत्री को हटा नहीं लेंगे तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। गणतंत्र दिवस पर आम आदमी को आजादी नही है। किसानों के समर्थन में हम सभी आज सड़कों पर है। पुलिस के द्वारा हमारी आवाज को दबाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली में प्रशासन का अवरोध पैदा करना अलोकतांत्रिक भी है।
इस मौके पर उप जिलाधिकारी पुलिस क्षेत्राधिकारी कोतवाली तथा शाहगंज थाना समेत एक प्लाटून पीएसी मौजूद रही। इस रैली में संजय यादव, अखण्ड प्रताप यादव, मिथलेश यादव श्रीपत यादव, सैयद उरूज, अफरोज श्रवण जायसवाल, विक्रम बिंद समेत हजारों से कार्यकर्ता शामिल हुआ।