नहीं हुई साढ़े तीन सौ बीघे के जलाशयों की खोदाई , गहराता जा रहा है जल संकट
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जौनपुर। बक्शा विकास खंड के डार्क जोन होने के बावजूद सरकारी अमला बे-परवाह है। इसका प्रमाण है पांच साल पूर्व अतिक्रमण मुक्त कराए गए पनिकपूरा भोसिला गांव स्थित 288 बीघा झील व सराय विभार में 52 बीघा तालाब की खोदाई न कराना। इसके चलते जल संकट और गहराता जा रहा है। राजा साहब की झील के नाम से प्रशिद्ध मलमलवा ताल को सन 2015 में तत्कालीन एसडीएम बदलापुर ममता मालवीय ने अतिक्रमण मुक्त कराया था। तब उन्होंने इसे पक्षी विहार के रूप में परिवर्तित करने का वादा भी किया था। बीडीओ बक्शा छोटेलाल तिवारी ने मेड़बंदी शुरू कराई थी, लेकिन अब तक कार्य पूरा नहीं हो सका है। नतीजतन झील पर मनबढ़ धीरे-धीरे फिर अतिक्रमण करने लगे हैं।
जिला प्रशासन ने लघु सिचाई विभाग को इस झील की खोदाई कराने का आदेश दिया था। विभाग ने इतने लंबे समय के गुजर जाने के बाद भी खोदाई शुरू नहीं कराई है। एसडीएम कौशलेश मिश्रा का कहना है इस झील व 52 बीघा तालाब इस डार्क जोन में वाटर रिचार्ज के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होंगे। बक्शा के बीडीओ का कहना है कि इन बड़े जलाशयों की खोदाई मनरेगा के तहत संभव नहीं है। इसके लिए लघु सिचाई विभाग से बात की जाएगी। सरकारी अमले की लापरवाही से इस डार्क जोन में वाटर रिचार्ज का संकट और गहराता जा रहा है। झील के पुराने स्वरूप में यहां कमल के फूल व कमलगट्टा की अच्छी पैदावार होती थी। बदलापुर के विधायक रमेश मिश्रा कहते हैं कि बड़े तालाबों की खोदाई के लिए शासन को पत्र लिखा है। इस पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने का कहना है इन जलाशयों की खोदाई कराने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।