लंका दहन होते ही गूंजा जय श्री राम उद्घोष
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जौनपुर। सिरकोनी ब्लाक अन्तर्गत गोपीपुर गांव में 174 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक बुढ़वा बाबा रामलीला समिति के तत्वावधान में मंगलवार की रात चल रही रामलीला में लंका दहन, अंगद-रावण संवाद, विभीषण शरणागति का भावपूर्ण लीला का मंचन हुआ।
इसके पूर्व मंगलवार की रात रामलीला का शुभारम्भ फिजीशियन डॉ. इंद्र सिंह एवं भाजपा नेता मनोज तिवारी,ब्रमेश शुक्ला, संतोष त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से फीता काटकर एवं राम व लक्ष्मण की आरती उतारकर किया।
मंगलवार की रात रामलीला में अंगद-रावण संवाद के दृश्य में अंगद रावण से कहता है कि हे रावण! मैं राम का दूत बनकर आया हूं। राम का संदेश है कि आप सीता मैया को ससम्मान सहित वापस पहुंचा दीजिए। नहीं तो लंका का विनाश निश्चित है। इस पर रावण क्रोध में आकर कहता है कि जो तुम्हारे पिता बलि को मार दिया, उन्हीं की तरफ से गुणगान कर रहे हो। इसके बाद अंगद-रावण में काफी संवाद के बाद अंगद अपना पैर जमा कर कहता है कि अगर तुम्हारे दरबार में जो सबसे ताकतवर हो, वह मेरा पैर उठाकर दिखाए तो आप जैसा कहेंगे, हम वैसा करेंगे। बारी-बारी सभी पैर उठाने लगे लेकिन किसी से भी पैर नहीं उठा। इसके बाद रावण उठता है और अंगद का पैर उठाने चलता है। जिस पर अंगद कहते हैं कि मेरे पैर छूने से क्या फायदा। अगर छूना है तो प्रभु श्रीराम के पैर को छुए जो आपको माफ कर सकते हैं। यह दृश्य देखकर दर्शक रोमांचित हो उठते हैं और श्रीराम व अंगद का जयकारा लगाने लगते हैं जिससे पूरा पण्डाल गुंजायमान हो उठता है। रामलीला में हनुमान व सीता का संवाद देख लोग भावविभोर हो उठे। मंचन में अंगद की भूमिका मनीष सिंह, रावण सिंटू सिंह, सीता नवरत्न सिंह तथा राम व लक्ष्मण की भूमिका क्रमशः मोनू सिंह व गोलू सिंह ने निभाई। रामलीला का संचालन कामरेड जय प्रकाश सिंह व अमित सिंह जुगुनू ने किया। इस अवसर पर संरक्षक छोटेलाल सिंह मास्टर,हीरा गुप्ता, चेत नारायण, भोले सिंह,प्रधान संजय सिंह ,मिथिलेश सिंह, शिव शंकर सिंह बचानू, अनुज सिंह,पप्पू महाजन, भीम यादव, संजू गुप्ता, पप्पू महाजन, अखिलेन्द्र सिंह, प्रधान बाके लाल सरोज, , रमेश सिंह, रजनीश चौबे, शैलेश यादव, रिंकज सिंह संतोष सिंह एडवोकेट, पिन्टू सिंह, अतुल कुमार, अभय राज, हरिकेश सिंह, अनिल सिंह, पत्रकार शुभांशु जयसवाल, प्रभाकर सिंह, वन्देश सिंह आदि उपस्थित रहे।