जौनपुर। जिले के शाहगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में गत 13 अगस्त की रात घर में घुसकर महिला से दुराचार की शिकायत करने गए उसके पति की कोतवाली में पुलिस द्वारा पिटाई किए जाने का वीडियो वायरल हो गया है। इसके बाद पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार के हस्तक्षेप पर मंगलवार को घटना के 12 दिन बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले का संज्ञान लेने के बाद बुधवार को आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है सोशल मीडिया पोस्ट में पुलिस कर्मियों द्वारा जनता के साथ बेहतर आचरण करने की हिदायत दी गई है। पोस्ट में पुलिस अधीक्षक जौनपुर ने युवक की पिटाई में शामिल दोनों उप निरीक्षकों और आरक्षी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनको निलंबित कर दिया गया है, जबकि क्षेत्राधिकारी शाहगंज को मामले के जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वायरल वीडियो को लेकर क्षेत्र में पुलिसिया कार्रवाई को लेकर जन प्रतिनिधियों में भी रोष है। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक की इस कार्रवाई पर संतोष जताया है। पीड़ित के मुताबिक बीते 13 अगस्त की रात आरोपित युवक ने उसके घर में घुसकर उसकी पत्नी के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। पीडि़ता ने कोतवाली में सूचना दी। पुलिस आरोपित को पकड़कर लाई, लेकिन बाद में बिना कोई कार्रवाई किए छोड़ दिया। आरोप है कि घटना की तहरीर लेकर जब वह कोतवाली गया तो आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के बजाय पुलिसकर्मियों ने तहरीर फाड़कर फेंक दी और कोतवाली में पिटाई भी की। पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को प्रार्थना पत्र भेजकर पूरे प्रकरण की जानकारी दी। उधर, कोतवाली में पिटाई का वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया में वायरल हो गया। तब उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप पर मुकदमा दर्ज किया गया। साथ ही आरोपी सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर मामले की जांच सीओ शाहगंज जितेंद्र कुमार दुबे को सौंप दी है। निलंबित किए गए दारोगाओं में शाहगंज कोतवाली में तैनात एसएसआइ अनिल कुमार मिश्र, बीवीगंज पुलिस चौकी प्रभारी सुनील कुमार व सिपाही शेषनाथ विश्वकर्मा हैं।
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