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सोमवार, 24 अगस्त 2020

अधिवक्ताओं के उत्पीड़न पर युवा अधिवक्ताओं ने किया धरना प्रदर्शन

  

जौनपुर।  जनपद में अधिवक्ताओं के विरुद्ध बढ़ते अपराध और पुलिस के बुरे बर्ताव के खिलाफ जनपद के युवा अधिवक्ताओं द्वारा खरका तिराहा गांधी पार्क में आज एक सांकेतिक धरना प्रदर्शन आहुत किया गया। युवा अधिवक्ताओं में इस बात को लेकर आक्रोश है कि अधिवक्ताओं पर हो रहे जानलेवा हमलो व अन्य उत्पीड़न के मामलो में जनपद जौनपुर की पुलिस अधिवक्ताओं की उपेक्षा कर रही है और अपराधियों के प्रति नरम रूख अख्तियार कि हुई है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि वे अधिवक्ताओं पर भी हमला कर दे रहे और उनकी गिरफ्तारी तक नही हो रही है उल्टा अधिवक्ता के खिलाफ ही मुकदमा लिखकर क्रास केस बना दिया जा रहा है। अधिवक्ता समाज पर हो रहे हमलो के खिलाफ युवा अधिवक्ता संघ सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर रहा है। कोविड-19 के इस संक्रमण काल मे धरना प्रदर्शन के लिऐ प्रशासन ने स्वंय ही बाध्य किया है अधिवक्ताओं के खिलाफ जिस प्रकार से आये दिन जनपद व प्रदेश मे अपराध हो रहे है वह अत्यन्त ही चिंता का विषय है जिस पर पुलिस प्रशासन मुक दर्शक बने बैठा है धरना स्थल पर अधिवक्ता श्री विकास तिवारी ने कहा कि शासन प्रशासन आपस में सामंजस्य बैठाकर गरीब मजलूम की हक की लड़ाई लड़ने वाले अधिवक्ता समाज को मंशा के तहत प्रताड़ित परेशान किया जा रहा है, जो कि सामाजिक तौर पर आम जनमानस के बीच एक गलत संदेश देने का काम कर रहा है, अपने बौद्धिक तर्को के आधार पर आम जनमानस को मजबूती प्रदान करने वाला अधिवक्ता समाज आज स्वयं को कमजोर महसूस कर रहा है, जो बेहद दुखद है और कष्ट दाई भी है इसके खिलाफ हम सभी लामबंद हैं और अपने सीनियर व किसी भी अधिवक्ता के खिलाफ हो रही साजिशन कार्रवाई, उन पर हो रहे हमले के खिलाफ एकजुट है और मजबूती से संघर्ष करने को संकल्पित व दृढ प्रतिज्ञ भी है।

       इस मौके पर युवा अधिवक्ता अतुल सिंह ने मीडिया से मुखातिब होते हुऐ कहा कि अधिवक्ता अपने पेशे मे आम जन को न्याय दिलाने के प्रति पूर्ण रुप से प्रतिबद्ध है पुलिस कि छवि आम जन मे कैसी ये आप किसी भी आम जन से पूछ सकते है श्री अतुल सिंह ने जोेर देते हुऐ एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने कि मांग कि जिसमे उनहोने कुछ अनुसंसआो की चर्चा की जैसे वकीलों को धमकी देने वाले आरोपियों को तीन साल कि सजा CRPC और IPC के तहत जो सजा का प्रावधान है उसमे तीन वर्ष और अरिरिक्त सजा का प्रावधन जोडा जाये। साथ ही साथ अपराध को गैर जमानती बनाया जाये वही वकीलों के खिलाफ अगर कोई पक्षकार पुलिस को शिकायत करता है तो इसमे मामला दर्ज करने से पहले डी एस पी स्तर का अधिकारी जांच करे वही कोई अन्य अगर वकील के खिलाफ शिकायत करता है तो इसकी सूचना बार सचिव व अध्यक्ष को भी दी जाये ।शासन को किसी भी परिस्थिति मे हमारी सुरक्षा व अधिकारो कि रक्षा करनी ही पडेगी जिससे हमारा समस्त अधिवक्ता समाज आम जन को न्याय दिलाले के अपने संकल्प को बिना किसी डर भय के पूरा कर सकें।
अन्य अधिवक्ताओं ने अपने सामूहिक संबोधन में कहा कि युवा अधिवक्ता संघ जौनपुर के तत्वाधान अब पीड़ित अधिवक्ताओं व आमजनमानस को न्याय दिलाने के साथ साथ उनकी हर स्तर तक लड़ाई लड़ने को युवा अधिवक्ताओं ने कमर कस लिया है। गांधी पार्क खरका तिराहा जनपद जौनपुर के पास युवा अधिवक्ताओं द्वारा आहूत सांकेतिक धरना प्रदर्शन में युवा अधिवक्ताओं ने अपने विचार रखते हुए करबद्ध आह्वाहन किया कि अपने अधिवक्ता पद की गरिमा को समझते हुए न्याय के इस लड़ाई में हम सभी को आगे आना होगा और मजबूती के साथ अपने अस्तित्व को बचाना होगा और इस लड़ाई में  युवा अधिवक्ता संघ जौनपुर  सूत्रधार बनने को तैयार है और हम सभी पीड़ितों की आवाज में आवाज मिलाकर अपनी ताकत का सम्पूर्ण एहसास कराएगे। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता समाज आम जनमानस की ताकत है, और हमेशा से ही शोषित वंचित पीड़ितों की रहनुमाई में स्वयं को समर्पित किए हुए हैं,  इन्हीं सब महत्वपूर्ण कार्यों को देखते हुए युवा मन अधिवक्ता बनने के प्रति आकर्षित हुआ यह हमारा पेशा नहीं पैशन है, खादी और खाकी की साजिश अधिवक्ता समाज पर सफल नहीं हो पाएगी और अपने सीनियर अधिवक्ताओं के ऊपर हो रहे लगातार हमले शासन प्रशासन द्वारा की जा रही है उनकी उपेक्षा बर्दाश्त के बाहर है और हम सभी एकजुट होकर अपने सीनियर अधिवक्ताओं के द्वारा आहूत किए गए किसी भी संघर्षपूर्ण यज्ञ में अपनी उर्जा का हवन करने को तैयार हैं, यह युवा अधिवक्ताओं की टोली अधिवक्ता समाज के अस्तित्व के लिए किसी भी हद तब जाकर निडरता के साथ संघर्ष करने को पूरी तरह से तैयार है, सामाजिक तौर पर अधिवक्ता समाज को निष्क्रिय करने का प्रयास कहीं भी सफल नहीं होगा, और इसका पुरजोर विरोध हम सभी एकजुट होकर करेंगे।
    सांकेतिक धरना प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ता प्रशांत उपाध्याय, कलेंदर बिंद, मुलेन्दर बिंद, गुड्डू सोनकर, सुनील उपाध्याय, देवेश मौर्य, विनय यादव, राम देवल यादव, रूपेंद्र सोनकर, संजय सोनकर, रियाज अहमद, कौशल, अवनीश, अभिषेक, सोंनु, सुभम, हिमांशु, शिवशंकर, रविशंकर, पवनेश, स्वतंत्र, रवि, रामबचन, निर्भय, अमन समेत सैकड़ो युवा अधिवक्ता उपस्थित रहे।

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