जौनपुर। हरितालिका तीज पर निराजल व्रत रख कर सुहागिन महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की कामना की। दिनभर की तैयारी के बाद शाम को सज धज कर विधि विधान से भगवान शिव और मां गौरी को पूजा। पूजा में चढ़ाई गई सुहाग की कुछ सामग्रियां अपने पास रखीं और कुछ पुरोहितों को दान दीं। कोरोना के चलते शिवालय में सन्नाटा पसरा रहा है । घर में भी पूजा करते समय महिलाओ ने मास्क लगा रखी थी।
भाद्र पद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज का पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। एक महीने पहले से चल रही तैयारियों का रंग शुक्रवार को नजर आया। सुबह व्रत रखने से पहले भोर में महिलाओं ने मिठाई और फल खाया। इसके बाद पूरा दिन निराजल व्रत रखा। दिनभर पूजा की तैयारी में महिलाएं व्यस्त रहीं। हालांकि पर्व के सामान महिलाएं एक महीने पहले से इकट्ठा कर रही थीं इसके बावजूद तीज के दिन भी खरीददारी का दौर जारी रहा। सारे सामान इकट्ठा कर शाम को स्नान कर व्रती महिलाओं ने नई साड़ियां पहनी। आभूषण, नई चूड़ी पहन कर पैरों में आलता लगाया। हाथों में रचाई गई मेहंदी उनके शृंगार को और निखार रही थी।
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