जलालपुर : नहोरा आशापुरा गांव निवासी गुलाब राजभर की मौत के बाद ग्रामीणों के हंगामा के बाद भी पुलिस मामले को हल्के मे ले रही थी। और बीना किसी तैयारी की पुलिस जलालपुर चौराहे पर लगी जाम को हटाने चली गई । पुलिसकर्मियों के पास भीड़ कन्ट्रोल करने की कोई व्यवस्था नही थी। पुलिसकर्मियों बगैर तैयारी के गये थे यही कारण था की पथराव के बाद पुलिस को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा और एसओ जलालपुर का सर फूट गया।भीड़ की तरफ से हुए पथराव में एसओ जलालपुर समेत करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गये तथा तीन पत्रकार भी घायल हो गये ।सभी का इलाज व मेडिकल मुआयना प्रथमिक स्वास्थ्य केंन्द्र जलालपुर में कराया गया।
गुलाब की मौत के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल
जलालपुर- नहोरा गांव निवासी मृतक गुलाब के पास दो बेटे थे एक का नाम श्रीसंत तथा दसरे का नाम अनिल है पत्नी माला तथा माता प्रेमा देवी का रो रो कर बुरा हाल था। रोते रोते बीच बीच मे वह लोग बेहोह हो जा रही थी।
पहले आपसी विवाद को अगर सुलझा लिया गया होता और पुलिस निष्पक्ष ढंग से प्राइमरी स्टेज पर ही प्रकरण को गंभीरता से लेती तो ऐसी नौबत नही आती लेकिन बिना साफ नियत के ही एक पक्षीय पुलिस द्वारा होना प्रतीत होता है फिर भी कानून के रखवालों और जनता को भी संयम और शांति बनाकर कानून का पालन करना चाहिए
जवाब देंहटाएं