मानदेय की बात आई तो बिना लिखित आदेश के स्टाफ नर्सों को दिखाया गया बाहर का रास्ता, न्याय मांगने पहुंचीं विधायक के पास
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जफराबाद (जौनपुर) क्षेत्र के हौज गांव में स्थित एल टू कोविड-19 ट्रामा सेंटर पर तैनात आठ स्टाफ नर्स, पिछले 10 महीने से मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेश पर जान जोखिम में डालकर ड्यूटी कर रही हैं। उनका मानदेय पिछले 10 महीनों से नहीं मिल रहा है। बीते गुरुवार को मानदेय के लिए जिलाधिकारी के पास गुहार लगाई। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मिलने की बात कही। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मिलने पहुंची तो उन्होंने ड्यूटी करने से मना कर दिया। मानदेय की बात आई तो उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। न्याय के लिए दर-दर ठोकरें खा रही हैं। शनिवार को उक्त सभी स्टाफ नर्स जफराबाद क्षेत्र के विधायक हरेंद्र प्रसाद सिंह के पास गुहार लगाने पहुंची। उन्होंने अपनी पूरी बात बताई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेश पत्र पर ड्यूटी करने का साक्ष्य विधायक के समक्ष रखा। अचानक बिना किसी नोटिस व लिखित आदेश के ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने हम लोगों को ट्रामा सेंटर पर ड्यूटी करने से रोक लगाने के बाद विधायक से बताइए। ट्रामा सेंटर से अटेंडेंस रजिस्टर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेश पर हटा देने की बात बताई। स्टाफ नर्सों ने बताया कि हम सभी गैर जनपद से हैं। किराए पर रहकर पिछले कई महीनों से स्वास्थ्य विभाग में सेवा कर रहे हैं। हम लोग भुखमरी के कगार पर हैं। न्याय मिलना चाहिए। विधायक ने मामले में फोन से एजेंसी अवनी परिधि से वार्ता किया। उसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी फोन पर वार्ता किया। वार्ता के दौरान विधायक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी पर नाराजगी जताई। विधायक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि इनको ड्यूटी से हटाने का लिखित निर्देश दिया जाए। विधायक ने स्टाफ नर्स को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। पूछे जाने पर विधायक ने कहा कि इस मामले में एजेंसी से बात किए जाने पर उन्होंने कहा कि स्टाफ नर्स के अटेंडेंस के हिसाब से यदि मुख्य चिकित्सा अधिकारी जौनपुर द्वारा भुगतान के संबंध में डिमांड लेटर भेजा जाए तो इनके भुगतान की व्यवस्था की जाएगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में शासन को पत्र भेजा जाएगा। वहां के निर्देश पर भुगतान की व्यवस्था की जाएगी। हालांकि वर्तमान में इनके ड्यूटी के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कोई लिखित पत्र अभी तक नहीं दिया है। मौखिक तौर पर ड्यूटी करने से रोक लगा दी गई है। न्याय पाने के लिए करेंगे धरना प्रदर्शन। मऊ जनपद की रहने वाली रूबी बरनवाल, शिप्रा यादव, बलिया जनपद से रंजना मौर्य, पूजा भारद्वाज, प्रियंका ठाकुर, आजमगढ़ की रंजना प्रजापति, जौनपुर की ममता चौहान, संजीव कुमार "स्टाफ नर्स" ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग उनके साथ अन्याय कर रही है। बिना किसी लिखित नोटिस या आदेश के हम लोगों किस आधार पर ड्यूटी से हटाया जा रहा है। यदि उन्हें लिखित आदेश नहीं दिया गया तथा समय से भुगतान नहीं किया गया तो हम सभी न्याय के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन करेंगे।
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