कोरोना मरीजो की जान बचाने के लिए जौनपुर के इस बेटे ने बनाया ऐप
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जौनपुर। कोरोना से गम्भीर रूप से पीड़ित मरीजो का इलाज फिलहाल वर्तमान समय में मात्र प्लाज्मा थेरेपी ही माना जा रहा है। अपना प्लाज्मा डोनेट करके लोगों की जान बचाने जज्बा रखने वाले व पीड़ित मरीजों को कौन मदद करना चाहता उससे सम्पर्क करने के लिए शिराज ए हिन्द की सरजमी का एक होनहार छात्र ने एक ऐप तैयार किया है। उसका मात्र उद्देश्य है कि इस ऐप के जरिये कोरोना पीड़ितो की जान बचाया जा सके।
नगर के नईगंज मोहल्ले के निवासी अशोक चौधरी का पुत्र रचित यादव बी टेक का छात्र है। वह उसने शिराज ए हिन्द डाॅट काम से खास बातचीत करते हुए बताया कि कोरोना की बदतर स्थिति को देखते हुए, प्लाज्मा थेरेपी सबसे सफल इलाज है परन्तु डोनर एवं पेशेंट के आपसी संपर्क में हो रही असुविधा को देखते हुए, मुझे एक ऐप (jivin app) बनाने का आईडिया आया जिसमे डोनर और पेशेंट बड़ी आसानी से एक दूसरे से संपर्क कर सकते हैं, मैंने इसके बारे में अपने फ्रेंड दीपेश कुमार s/o राम विलास , बरेली (बी.टेक थर्ड ईयर) से बात की और हमने ऐप बनाना शुरु कर दिया।
इस ऐप के द्वारा डोनर और पेशेंट बड़ी आसानी से एक दूसरे से संपर्क कर सकते हैं चाहे वह भारत के किसी भी कोने में हो।
फायदे वाली बात ये है की इस ऐप के अल्गोरिथम से डोनर और पेशेंट ऑटोमैटिक ही अपने अपने शहर की ही रिक्वेस्ट देख पाएंगे।
जैसे अगर आप लखनऊ के हैं तो आपको लखनऊ के ही डोनर और पेशेंट दिखाई देंगे।
Jivin app को इस लिंक से डाउन लोड किया जा सकता है- https://jivin.in/