कोरोना संक्रमित की थर्मल स्कैनिंग,खाना दवा व अन्य सामान के लिए बना 'कृष्णा' रोबोट
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रिपोर्ट - हिमांशु श्रीवास्तव
जौनपुर। कोरोना संक्रमित मरीज की थर्मल स्कैनिंग,उसे खाना,दवा व अन्य सामान देने के लिए कृष्णा रोबोट तैयार किया गया है। आइसोलेशन वार्ड व क्वॉरेंटाइन सेंटर पर संक्रमण के खतरे को देखते हुए विभिन्न सुविधाओं से लैस रोबोट तैयार किया गया है जो बटन दबाते ही व्हीलचेयर में तब्दील होकर मरीज के पास पहुंच जाएगा।रोबोट को ग्रेटर नोएडा स्थित आईटीएस कॉलेज के प्रोफेसर ने एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के निर्देशन में तैयार किया।रोबोट की टेस्टिंग हो चुकी है।राम मनोहर लोहिया और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ने ऐसे रोबोट की इच्छा जताया था जो सुविधाओं से लैस हो। 3 सप्ताह की मेहनत के बाद प्रोफ़ेसर महीप को सफलता मिली।74 किलो वजनी रोबोट एक बार में 100 किलो की क्षमता तक के सामान ले जा सकता है।बटन दबाने के कुछ सेकेंड में ही यह व्हीलचेयर में तब्दील हो जाता है।संचालित करने के लिए व्हील चेयर के हैंडल में बटन लगी रहती है।इससे थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा सकती है।व्यक्ति का सही तापमान रोबोट में लगी स्क्रीन पर दिखने लगता है।इससे रिमोट व इंटरनेट दोनों तकनीक से चलाया जा सकता है।रोबोट के अंदर सीसीटीवी लगी है जिससे दूर बैठकर वार्ड के अंदर विभिन्न चीजों पर नजर रखी जा सकती है।रोबोट की एक खासियत यह भी है कि यह सैनिटाइजेशन का कार्य करता है।मशीन इसके अंदर लगी है।मशीन से निकलने वाला फव्वारा 3 मीटर दूरी तक सेनिटाइजेशन का कार्य करेगा।रोबोट के अंदर एक बॉक्स बना हुआ है।बॉक्स में संक्रमित मरीज के लिए खाना,दवा व अन्य सामान रखकर उसके पास तक पहुंचाया जा सकता है।रोबोट में सेंसर लगाया गया है जिससे किसी प्रकार की घटना न घटित होने पाए।इसे तैयार करने में ₹65000 लगे।इस रोबोट के बन जाने से डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को बार-बार मरीज के संपर्क में नहीं आना पड़ेगा जिससे संक्रमण की संभावना नहीं रहेगी। जिस प्रकार संक्रमितो की संख्या तेजी से बढ़ रही है यह रोबोट स्वास्थ्यकर्मियों को उनके संक्रमण से बचाने के लिए वरदान साबित होगा।