इस गांव में रहस्मय विमारी के चलते बिछ रही है चमगादड़ो की लाशे
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जौनपुर। गोरखपुर के बाद अब जिले में भी कोरोना वायरस के वाहन माने जाने वाले चमगादड़ पंक्षी खुद रहस्मय विमारी के चलते एक एक करके काल के गाल में समाते जा रहे है। बेजुबां पंक्षियों की मौत से पूरे इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया है। इस तरफ न तो वन विभाग ने कोई ध्यान दिया है न जिला प्रशासन ने सुधि लिया है। फिलहाल ग्रामीणों में अलग अलग भ्रांतियां पैदा हो रही है।
जिला मुख्यालय से करीब तीस किलोमीटर दूर केराकत तहसील के अकबरपुर गांव में एक बरगद के पेड़ पर करीब पचास वर्षो से अधिक समय से भारी संख्या में चमगादड़ नामक पंक्षियों ने अपना आशियान बना लिया है। इस पेड़ पर बारहो महीने चमगादड़ो की चहल पहल रहती है। चीन से आयी विमारी काविड 19 का वाहक इन्ही चमगादड़ो को माना गया था खबर आयी थी कि वहां के नागरिको ने इस बेजुबां पंक्षी को अपना आहार बनाया था जिसके कारण कोरोना नामक महामारी ने जन्म लिया। लेकिन इस अधिकारिक मुंहर नही लगी है। जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच ही अज्ञात विमारी के चलते एक एक करके चमगादड़ो की मौत हो रही है। पेड़ के नीचे बिछी चमगादड़ो की लाशे देखकर ग्रामीण भयभीत हो गये है। लोग किसी रहस्यमय विमारी व अनहोनी होने की आशंका से भयभीत हो गये है।
जिला मुख्यालय से करीब तीस किलोमीटर दूर केराकत तहसील के अकबरपुर गांव में एक बरगद के पेड़ पर करीब पचास वर्षो से अधिक समय से भारी संख्या में चमगादड़ नामक पंक्षियों ने अपना आशियान बना लिया है। इस पेड़ पर बारहो महीने चमगादड़ो की चहल पहल रहती है। चीन से आयी विमारी काविड 19 का वाहक इन्ही चमगादड़ो को माना गया था खबर आयी थी कि वहां के नागरिको ने इस बेजुबां पंक्षी को अपना आहार बनाया था जिसके कारण कोरोना नामक महामारी ने जन्म लिया। लेकिन इस अधिकारिक मुंहर नही लगी है। जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच ही अज्ञात विमारी के चलते एक एक करके चमगादड़ो की मौत हो रही है। पेड़ के नीचे बिछी चमगादड़ो की लाशे देखकर ग्रामीण भयभीत हो गये है। लोग किसी रहस्यमय विमारी व अनहोनी होने की आशंका से भयभीत हो गये है।