गरीबो के लिए शिक्षकों ने खोला खजाना
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जौनपुर । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की आपदा से निपटने के लिए विकास क्षेत्र सिकरारा के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने जिस संकल्प शक्ति के साथ अनूठी मिशाल पेश किया वह औरो के लिए अनुकरणीय उदाहरण बन गया। जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में शामिल इन शिक्षक योद्धाओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी को इतना आवश्यक राहत सामग्री (खाद्यान्न) उपलब्ध करा दिया कि उससे लगभग पचास हजार जरूरतमंद लोगों के पेट के भूख की ज्वाला शांत हो जाएगी। ब्लाक के शिक्षकों द्वारा एकत्रित एक सौ पैतीस क्विंटल राशन के साथ अन्य खाद्य सामग्री, तेल, मशाला व नमक की पैकटों को संगठन के अध्यक्षों के साथ शिक्षा अधिकारियों ने जिलाधिकारी को सौंपा तो उनका यह योगदान जनपद में पूरे दिन चर्चा का विषय बना रहा। शिक्षकों के इस प्रयास की जमकर सराहना करते हुए जिलाधिकारी में उनके कार्यो की सराहना की साथ ही भविष्य में इस संकट से उबरने के लिए इसी तरह के सहयोग की उम्मीद किया। उन्होंने शिक्षकों से अधिक से अधिक आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के इस ऐतिहासिक सेवा कार्य व योगदान के लिए पूरा जनपद आजीवन आभारी रहेगा।
कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव हेतु लाकडाउन में जरूरमंद लोगो को आवश्यक राहत सामग्री उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी के पहल से प्रेरित होकर
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी राजीव कुमार यादव ने प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुशील उपाध्याय व ब्लाक अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह से फोन पर संकट में सहयोग की बात किया तो उन्होंने उनके इस पहल की सराहना करते हुए ब्लाक के शिक्षकों से सहयोग मांगा। अल्प समय मे ही प्राथमिक, जूनियर, सहायता प्राप्त व अवकाश प्राप्त शिक्षकों ने लाकडाउन का पालन करते हुए सहयोग में बढ़- चढ़कर अपनी भागीदारी दी। किसी ने नगद तो किसी ने खाद्यान्न व कुछ ऐसे भी योद्धा थे जो नगद धनराशी के साथ खाद्यान्न भी दोनों में सहयोग दिया। प्राप्त खाद्यान्न के साथ जो धनराशि मिला उन पैसो से भी खाद्यान्न खरीदा गया। दिन में लगभग दस बजे नौ गाड़ियों पर लदा हुआ खाद्यान्न ज्यों ही कलेक्ट्रेट परिसर में पहुंचा वहां मौजूद अधिकारियों के साथ बैठे सभी की आंखे फ़टी सी रह गई। सबकी यही जिज्ञासा कि इतनी भारी मात्रा में खाद्यान्न किसने उपलब्ध कराया। गाड़ियों पर बाधे गए बैनरो से पता चला कि यह सब खाद्यान्न सिकरारा ब्लाक के परिषदीय विद्यालयों के सहयोग से जिला प्रशासन को सौपा जाएगा। बीईओ राजीव यादव ने बताया कि पचास क्विंटल आटा, बीस क्विंटल दाल, पन्द्रह क्विंटल चावल, बीस क्विंटल प्याज, दस क्विंटल चीनी, दस क्विंटल तेल, दस क्विंटल नमक, 66 सौ मसाला पैकेट, सहित अन्य घरेलू सामान की सूची के साथ जिलाधिकारी को उपलब्ध कराया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में यह पहला अवसर है कि शिक्षकों ने इतनी भारी मात्रा में राहत सामग्री उपलब्ध कराया जो प्रदेश के अन्य लोगो के लिए अनुकरणीय है। जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने अपना एक दिन का वेतन पहले ही मुख्यमंत्री राहत कोष में दे दिया है इसके साथ ही जिले के कई ऐसे शिक्षक है जिन्होंने व्यक्तिगत वेतन का पैसा जिलाधिकारी द्वारा बनाये गए राहत कोष में, प्रधानमंत्री राहत कोष व मुख्यमंत्री राहत कोष में भी दिया है। उन्होंने बतया की इसी तरह का सहयोग अन्य ब्लाकों से भी किया जाएगा। जिलाध्यक्ष सुशील उपाध्याय ने बताया ने बताया कि जनपद में कोई भी जरूरतमंद भूखा न रह जाय इसलिए शिक्षकों का यह प्रयास अनवरत जारी रहेगा। ब्लाक अध्यक्ष मृत्यंजय सिंह ने कहा कि अभी लगभग एक लाख लोगों को मास्क, सेनेटाइजर, साबुन वितरित होगा।
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि जनपद के सभी ब्लाकों के शिक्षकों द्वारा राहत सामग्री जुटाया जा रहा है। इसके साथ ही साथ शिक्षक लाकडाउन का पालन करते हुए घर बैठकर बच्चो को आनलाइन पढ़ाने में भी जुटे हुए है।
इस दौरान जिला पूर्ति अधिकारी अजय प्रताप सिंह, अनुपम श्रीवास्तव, शैलेश चतुर्वेदी, राजेन्द्र प्रताप सिंह, राजू सिंह, राजीव उपाध्यक्ष, सर्वजीत यादव, अनंत यादव, सतीस सिंह, राजीव सिंह, मनीष सिंह आदि का सक्रिय योगदान रहा।