विधायक निधि ही नही दो वर्ष का वेतन देने के लिए तैयार हूं: दिनेश चौधरी
https://www.shirazehind.com/2020/04/blog-post_269.html
जौनपुर। कोरोना वायरस के पीड़ितों के उपचार,बचाव व अस्पतालों चिकित्सा सुविधा सुदृढ़ करके लिए जिले के नौ विधायक व एक एमएलसी ने अपने निधि से पैसा दिया था । जिसमें तीन भाजपा विधायको समेत चार ने पूर्व में दी गयी धनराशि वापस लेने खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद केराकत के विधायक दिनेश चौधरी ने आज पत्रकारो के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आगामी एक वर्ष की निधि स्थगित करने के कारण मैने पूर्व में दिये गये दस लाख रूपये का वापस नही लिया है बल्की भविष्य में क्षेत्र में विकास कार्य व गम्भीर रोगो से पीड़ित जनता के इलाज के लिए रोक दिया है। मेरे द्वारा पैसा वापस लेने के खबर मेरे विरोधियों द्वारा व हमारे क्षेत्र के एक पत्रकार द्वारा झूठी अफवाह फैलायी गयी है। मै प्रदेश की जनता के लिए अपना दो वर्ष को वेतन भी देने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है।
दिनेश चौधरी ने विस्तार से बताया कि Covid 19 के रोकथाम हेतु विधायक निधि से दस लाख रूपये का प्रस्ताव 24 मार्च को अवमुक्त करने हेतु मुख्य विकास अधिकारी को दिया गया | इसी दौरान 6 अप्रैल को अध्यक्ष विधान सभा द्वारा 1 करोड़ के योगदान हेतु विधायक निधि से कहा गया | राज्य सरकार द्वारा वर्ष 20 – 21 की विधायक निधि को अस्थाई रूप से अस्थगित करने का निर्णय लेते हुए चिकित्सा क्षेत्र में उत्पन्न विपरीत परिस्थियों के सम्यक प्रबन्धन हेतु (मैनेजमेन्ट हेतु ) धनराशि की आवश्यकता हेतु किया गया | राज्य सरकार के निर्णय के क्रम में मेरे द्वारा भविष्य में आकस्मिक अवश्यकताओं जैसे बीमारी , पानी , बिजली तथा छोटे छोटे सडक हेतु धन देने के लिए पूर्व में दिया गया दस लाख का प्रस्ताव निरस्त करने हेतु दिनांक 07/04/20 को लिखा गया | इस क्रम में यह भी अवगत कराना है कि मेरे द्वारा दिए गये दस लाख के प्रस्ताव के सापेक्ष कोई धनराशि सी ० एम ० ओ ० अथवा सी ० एम ० एस ० जौनपुर को नही भेजी गई है ,अतः धनराशि वापस लिए जाने का कोई प्रश्न ही नही है | मेरे द्वारा मुख्य मंत्री को तीन करोड़ तथा 30 % वेतन के अतिरिक्त और भी आवश्यकता पड़ने पर अपनी दो वर्ष का वेतन देने का भी अनुरोध किया गया है | ऐसी स्थिति में कुछ विरोधी दल के नेताओं तथा पत्र कारों द्वारा गलत प्रचार प्रसार किया जा रहा है , जो बिलकुल गलत और बे बुनियाद है |