युवाओ के लिए ईमानदारी का मिशाल बना यह युवक
https://www.shirazehind.com/2020/03/blog-post_621.html
सिकरारा(जौनपुर)
जरा सोचिए अगर आप का तीस हजार का मोबाइल गुम हो जाए और फिर वह आप को वापस मिल जाय तो आप को कितनी खुशी मिलेगी। जी हां ऐसी ही खुशी मिली सिकरारा क्षेत्र के पत्रकार शरद सिंह को। उनका तीस हजार का नया मोबाइल जेब से गिरकर खो गया था जिसे एक युवक को मिला और उसने वापस देकर ईमानदारी की मिशाल पेश किया। युवक के ईमानदारी की चर्चा जिलेभर में हो रही है।
सिकरारा थाना क्षेत्र के खानापट्टी गांव निवासी पत्रकार शरद सिंह अपनी बुलेट से जौनपुर कार्यालय पर मीटिंग में जा रहे थे। रास्ते मे उनका मोबाइल उनकी जेब से गिर गया। जब वे कार्यालय पहुंचे और जेब मे मोबाइल नही था तो वे परेशान हो गए। उसमे खबर से सम्बंधित जरूरी फ़ोटो व आवश्यक नम्बर था। फिर अपने दूसरे मोबाइल से जब अपने नम्बर पर काल किया तो तुरंत ही फोन उठ गया। बातचीत में युवक ने बताया कि मेरा नाम धर्मेन्द्र यादव है। मैं गुदरीगंज चौराहा के समीप प्रेमपुर गांव का निवासी हूँ। आप का मोबाइल लालाबाजार के पास आप की जेब से गिरा तो मैंने उठा लिया। सड़क पर ट्रकों की लाइन लगी रही मोबाइल दबकर चकनाचूर हो जाता।
बताया कि मैंने स्कूटी से आप का पीछा किया लेकिन आप तेज रफ्तार से निकल गए। उसने बताया कि मैं रामदयालगंज आ गया हूँ तिलक समारोह में आप चाहे यहां आ जाय या फिर शाम को हम आप के गांव आकर आप को मोबाइल दे देंगे। आप का मोबाइल सुरक्षित हाथों में है। मीटिंग खत्म होने के बाद उसने रामदयागंज बाजार में उनको बुलाकर मोबाइल वापस दिया। ऐसे युवक के ईमानदारी की चर्चा आज पूरे जनपद में दिनभर होता रहा।
सिकरारा थाना क्षेत्र के खानापट्टी गांव निवासी पत्रकार शरद सिंह अपनी बुलेट से जौनपुर कार्यालय पर मीटिंग में जा रहे थे। रास्ते मे उनका मोबाइल उनकी जेब से गिर गया। जब वे कार्यालय पहुंचे और जेब मे मोबाइल नही था तो वे परेशान हो गए। उसमे खबर से सम्बंधित जरूरी फ़ोटो व आवश्यक नम्बर था। फिर अपने दूसरे मोबाइल से जब अपने नम्बर पर काल किया तो तुरंत ही फोन उठ गया। बातचीत में युवक ने बताया कि मेरा नाम धर्मेन्द्र यादव है। मैं गुदरीगंज चौराहा के समीप प्रेमपुर गांव का निवासी हूँ। आप का मोबाइल लालाबाजार के पास आप की जेब से गिरा तो मैंने उठा लिया। सड़क पर ट्रकों की लाइन लगी रही मोबाइल दबकर चकनाचूर हो जाता।
बताया कि मैंने स्कूटी से आप का पीछा किया लेकिन आप तेज रफ्तार से निकल गए। उसने बताया कि मैं रामदयालगंज आ गया हूँ तिलक समारोह में आप चाहे यहां आ जाय या फिर शाम को हम आप के गांव आकर आप को मोबाइल दे देंगे। आप का मोबाइल सुरक्षित हाथों में है। मीटिंग खत्म होने के बाद उसने रामदयागंज बाजार में उनको बुलाकर मोबाइल वापस दिया। ऐसे युवक के ईमानदारी की चर्चा आज पूरे जनपद में दिनभर होता रहा।