'वाह रे विज्ञापनो की आँधी शराब के कलेण्डरो पर महात्मा गाँधी"
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जौनपुर। 'वाह रे विज्ञापनो की आँधी शराब के कलेण्डरो पर महात्मा गाँधी जैसे व्यंग से देश के नामचीन व्यंगकारों में गिने जाने वाले स्वनामधन्य कृष्णकान्त 'एकलव्य की 80वीं जयंती के पूर्व संध्या पर व्यंग्य-तरंग पत्रिका के सम्पादक सरोज श्रीवास्तव के पत्रिका परिवार की तरफ से 'एकलव्य के याद में जिला अस्पताल परिसर में मरीजों को फल वितरित किया। तत्पश्चात् अस्पताल परिसर के संगोष्ठी भवन में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि अशोक सिंह उद्योगपति महाराष्ट्र ने कहा कि स्व. एकलव्य एक व्यक्ति नहीं एक संस्था थे, व्यंग्य के क्षेत्र में उनकी सेवाएं अमूल्य है। 'विश्वरथ जैसा महाकाव्य लिखना उस महामनिषी के ही वश में था। एकलव्य जी ने अपने नुकीले, चुटीले व्यंग्य बाण से समाज में व्याप्त कुरीतियों पर करारा प्रहार किया। उनका समय सदैव चिन्तन मनन में ही बीतता था। एकलव्य फाउण्डेशन के अध्यक्ष कर्मचारी नेता राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि एकलव्य जी समाज के तमाम कुरुतियों पर बड़ी पैनी नजर रखते थे, हांलाकि ग्रामीण पृष्ठभूमि के एकलव्य की शिक्षा दीक्षा ग्रामीण परिवेश में हुई थी, वह गरीब-मजदूरों, मजलूमो की पीड़ा की गहन अनुभूति करते थे। अध्यक्षता कर रहे नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष दिनेश टण्डन ने कहा कि मैं जितनी बार एकलव्य जी से मिला वह सहजता सरलता की प्रतिमूर्ति नजर आएं, उनके आस-पास सदैव कागज-कलम ही रहते थे वह निरन्तर चिन्तन मनन करते रहते थे। इस अवसर पर कर्मचारी नेता राकेश श्रीवास्तव को अ.भा. कायस्थ महासभा उ.प्र. का प्रदेश महासचिव बनाये जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए पत्रिका परिवार की तरफ से अंग वस्त्रम् व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। संजय अस्थाना 'पत्रकार, जय आनन्द ब्यूरो चीफ, इन्द्रसेन श्रीवास्तव, आनन्द मोहन श्रीवास्तव ने भी एकलव्य जी के व्यक्तित्व कृतित्व व साहित्य पर चर्चा की। इस अवसर पर एक काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। जहाँ पी.सी. विश्वकर्मा, जर्नादन प्रसाद अस्थाना, आकिल जौनपुरी, आर.पी. सोनकर, आशिक जौनपुरी, समीर जौनपुरी, राजेश पाण्डेय आदि कवियों ने अपनी स्वरजाँलि एकलव्य जी की दी। इस अवसर पर डॉ0 विमला सिंह, निखिलेश सिंह, श्याम रतन श्रीवास्तव, अशलम शेर खाँ, राम सेवक नेता, रवि श्रीवास्तव, प्रदीप श्रीवासतव एडवोकेट, प्रदीप श्रीवास्तव डी.ओ., अजय सिंह, अतुल गोपाल मिश्रा, आदि लोग उपस्थित रहे। गोष्ठी में उपस्थित गणमान्य लोगों का स्वागत बाबा धर्मपुत्र अशोक व आभार ज्ञापन पत्रिका के सम्पादक सरोज श्रीवास्तव व संचालन गिरीश कुमार गिरीश ने किया।