टूल किट खरीद से वितरण तक में लाखों का खेल
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जौनपुर । कार्यालय उपायुक्त जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र में भ्रष्टाचार का भारी गेम चल रहा है। उक्त केन्द्र द्वारा मुख्य मंत्री की महत्वांकाक्षी योजना ओडी ओपी एक जनपद एक उत्पाद योजना और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में प्रशिक्षणोपरान्त टूल किट खरीद से वितरण तक में लाखों का गोलमाल किया जा रहा है। अनेक लाभार्थी प्रतिदिन उक्त कार्यालय का चक्कर लगा रहे है लेकिन उन्हे टूल किट नहीं दिया जा रहा है। जिन्हे किट दिया भी गया है वह आधा अधूरा और मानक के विपरीत है। मंहगे सामान न देकर सस्ते और घटिया सामान बैग में भर कर प्रशिक्षार्थियों को दे दिया है। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि केन्द्र के मुख्य द्वार पर खड़ी सफेद सरकारी कार यूपी 62 एच- 001 विगत कई साल से खड़ी और पड़ी है लेकिन उसे कागज पर चलना दिखाकर हर महीने तेल, ड्राइवर और रिपेरिंग के नाम पर लगातार सरकारी धन डकारा जा रहा है। कई लाख रूपये रूपये सम्बन्धित अधिकारी अब तक हजम कर चुके है। जब इस बारे में उपायुक्त माया राम सरोज से पूछा गया तो वे झल्ला गये और कहा कि मुझसे पहले के अधिकारियों से नहीं पूछा मै तो अभी कई महीने पहले आया हूं। ज्ञात हो कि सरकार बेरोजगारी दूर करने के लिए उक्त दोनों योजनाओं में कुल 600 लोगों को दरी/कालीन तथा अन्य 10 टेªडों में चयनित लोगों कांे प्रशिक्षण देकर टूल वितरण के लिए भारी धनराशि आबंटित की जिसमें सम्बन्धित अधिकारी द्वारा टेण्डर में खरीद से लेकर विक्री तक लाखों रूपये हजम किया जा रहा है और लाभार्थी दर दर भटकने के लिए मजबूर हैं। लाभार्थियों का कहना है कि जब तक उन्हे पूरा सामान नहीं मिलेगा वे अपने कार्य को कैसे अंजाम देगें। जब सरकार उनके लिए सामानों की व्यवस्था में मोटी धनराशि खर्च कर रही तो उन्हे सामान क्यो नहीं दिया जा रहा है जबकि अन्य जनपदों में टूल किट का वितरण बहुत पहले ही हो चुका है। सामान वितरण के बारे में उपायुक्त का कहना है कि जब सामान वितरित किया जायेगा तो जानकारी दी जायेगी।