इस शिक्षक ने खून पसीने से सींचकर अपने स्कूल को पहुंचा दिया प्रदेश स्तर पर
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जौनपुर । तन मन और धन से जिले के डेढ़ दर्जन प्राथमिक विद्यालय के शिक्षको ने अपने स्कूलो की शिक्षा व्यवस्था सुधारने का काम किया है। इनकी कर्मठता को देखते हुए राज्य स्तर पर उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार मिलेगा। इन शिक्षको की लगन के चलते आसपस के कांवेन्ट स्कूलो को मात दे दिया है। सरकारी स्कूलो से मुंहमोड़ चुके अभिभावको ने अब अपने बच्चो का दाखिला सरकारी स्कूलो में कराना शुरू कर दिया है। उत्कृष्ट विद्यालय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया बरसठी ब्लाक का पूर्व माध्यमिक विद्यालय भन्नौर शामिल है। इस स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने कड़ी मेहनत के बदौलत अपने स्कूलो का नाम जिले में ही नही बल्की पूरे प्रदेश में रौशन किया है।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय भन्नौर के प्रभारी प्रधानाध्यापक राकेश कुमार उपाध्याय ने बताया कि मुझे इस स्कूल का प्रभार 2014 -15 में मिला उस समय छात्र संख्या 212 थी ।मैं सिर्फ अकेला अध्यापक था व 3 अनुदेशक थे। मैंने खेलकूद एक्टिविटी तथा एक्टिविटी बेस्ड एजुकेशन प्रारम्भ किया।कंप्यूटर विभाग से प्रयास कर नॉलेज शुरू कराया।अगले सत्र में संख्या 217 हुई। 2015 -16 में 2 अध्यापक मिले 1गणित व 1 विज्ञान।अच्छे अध्यापकों के सहयोग से सबको एक सूत्र में बांधकर प्रयास जारी रहा।जनसहयोग का प्रयास चलता रहा। 2017 18 में रेकॉर्ड 105 नामांकन 6वीं में हुआ।उसी वर्ष शानदार विज्ञान, गणित प्रयोगशाला का निर्माण व सक्रिय पुस्तकालय की स्थापना व बच्चोंकी की सहभागिता की वजह से अभिभावकों का भरोसा बढा।संख्या 241 हो गयी। बच्चों ने खेल कूद में खो खो में मंडल तक सफर किया।ग्राम प्रधान जीके सहयोग से बाउंडरी वाल व खेल किट प्राप्त हुआ। 2018 19 में मेरे द्वारा हर बच्चे को टाई बेल्ट व आयी कार्ड के साथ पठन पाठन का प्रभाव व उसका जादू ऐसा चला कि बच्चे साइंस मैथ्स में ब्लॉक स्तर पर मॉडल,प्ले,निबंध में प्रथम व जनपद पर second स्थान प्राप्त किये।राष्ट्रीय प्रतिभा खोज में अभय यादव का चुनाव हुआ।संख्या 252 हो चुकी थी। इसी वर्ष स्मार्ट क्लास स्मार्ट लैब ग्रीन बोर्ड की व्यवस्था मेरे द्वारा की गई।2019 20 में आज 269 बच्चे अपना सर्वांगीण विकास की ओर अग्रसर है।विद्यालय इंग्लिश मीडियम अभिनव है किन्तु हम आज भी 3 टीचर व 3 अनुदेशक के बावजूद आस पास के 1 किलोमीटर में 3 से 4 प्राइवेट स्कूल में सबसे अधिक नामांकन के साथ संघर्ष कर रहे है।सभी स्टाफ का सहयोग करना व प्राप्त होना ही मेरा मंत्र है।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय भन्नौर के प्रभारी प्रधानाध्यापक राकेश कुमार उपाध्याय ने बताया कि मुझे इस स्कूल का प्रभार 2014 -15 में मिला उस समय छात्र संख्या 212 थी ।मैं सिर्फ अकेला अध्यापक था व 3 अनुदेशक थे। मैंने खेलकूद एक्टिविटी तथा एक्टिविटी बेस्ड एजुकेशन प्रारम्भ किया।कंप्यूटर विभाग से प्रयास कर नॉलेज शुरू कराया।अगले सत्र में संख्या 217 हुई। 2015 -16 में 2 अध्यापक मिले 1गणित व 1 विज्ञान।अच्छे अध्यापकों के सहयोग से सबको एक सूत्र में बांधकर प्रयास जारी रहा।जनसहयोग का प्रयास चलता रहा। 2017 18 में रेकॉर्ड 105 नामांकन 6वीं में हुआ।उसी वर्ष शानदार विज्ञान, गणित प्रयोगशाला का निर्माण व सक्रिय पुस्तकालय की स्थापना व बच्चोंकी की सहभागिता की वजह से अभिभावकों का भरोसा बढा।संख्या 241 हो गयी। बच्चों ने खेल कूद में खो खो में मंडल तक सफर किया।ग्राम प्रधान जीके सहयोग से बाउंडरी वाल व खेल किट प्राप्त हुआ। 2018 19 में मेरे द्वारा हर बच्चे को टाई बेल्ट व आयी कार्ड के साथ पठन पाठन का प्रभाव व उसका जादू ऐसा चला कि बच्चे साइंस मैथ्स में ब्लॉक स्तर पर मॉडल,प्ले,निबंध में प्रथम व जनपद पर second स्थान प्राप्त किये।राष्ट्रीय प्रतिभा खोज में अभय यादव का चुनाव हुआ।संख्या 252 हो चुकी थी। इसी वर्ष स्मार्ट क्लास स्मार्ट लैब ग्रीन बोर्ड की व्यवस्था मेरे द्वारा की गई।2019 20 में आज 269 बच्चे अपना सर्वांगीण विकास की ओर अग्रसर है।विद्यालय इंग्लिश मीडियम अभिनव है किन्तु हम आज भी 3 टीचर व 3 अनुदेशक के बावजूद आस पास के 1 किलोमीटर में 3 से 4 प्राइवेट स्कूल में सबसे अधिक नामांकन के साथ संघर्ष कर रहे है।सभी स्टाफ का सहयोग करना व प्राप्त होना ही मेरा मंत्र है।