श्रद्धा के साथ मनाया मकर सक्रांन्ति पर्व
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जौनपुर। मकर संक्रांति का पावन पर्व बुधवार वार को श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाया गया। सुबह से ही स्नान का सिलसिला शुरू हुआ। श्रद्धालुओं ने चावल, उदड़ को छूने की परंपरा निभाई। इसके बाद ब्राह्मणों को अन्न, वस्त्र दान किया गया। लाई, गुड़, ढुंढा, तिलवा आदि खाए। मैदानों व छतों से पतंग उड़ाने की होड़ रही। आज के दिन खरमास भी समाप्त हो गया। इसके बाद शुभ कार्य की शुरुआत होगी। सूर्यदेव के उत्तरायण होने और मकर राशि में प्रवेश करने पर उजाले में वृद्धि के पावन प्रतीक पर्व मकर संक्रांति श्रद्धा व उल्लास से मनाया गया। नगर के गोमती तीरे स्थित हनुमान, गोकुल, गोपी, बजरंग आदि घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालु स्नान के लिए जुटने शुरू हो गए। श्रद्धालुओं ने स्नान, ध्यान के बाद परंपरागत रूप से ब्राह्मणों व अन्य जरूरतमंदों को दान दिया। लोग अपने चिर-परिचितों को खिचड़ी की शुभकामना देते रहे। मोबाइल से एसएमएस, वाट्सअप और फेसबुक का सहारा लिया। दिन भर बच्चों ने पतंगबाजी कर त्योहार का आनंद लिया। बाजारों में दिन भर भीड़ रही जहां लोगों ने जमकर खरीददारी किया। भारी संख्या में लोग प्रयागराज कुंभ में भी स्नान करने रवाना हुए। मकर संक्रांति पर पतंगबाजी शुभ मानी जाती है। भला लोग क्यों चूकें इसे भुनाने को। इसके चलते लगभग हर छत पर लोग पतंग उड़ाते दिखे। उनमें एक-दूसरे की पतंग काटने की होड़ मची प्रतिबंध के बाद भी चायनीज मंझे की जमकर बिक्री हुई। राहगीर हवा में तैर रहे इन मंझों के खतरे को लेकर भयभीत रहे।