इस्लाम ने हमेशा दूसरों की मदद करना सिखाया है
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जौनपुर। इस्लाम को बचाने के लिए कर्बला में हज़रत इमाम हुसैन व उनके साथियों की कुर्बानी को पूरी दुनिया कभी भुला नही सकती पर आज कुछ लोग इसे बदनाम करने में जुटे है ,उनसे हमे सतर्क रहने की ज़रूरत है उक्त बातें मजलिसे छमाही मरहूम शेख अनवार हसन को संबोधित करते हुए मौलाना मेराज हैदर खान आज़मगढ़ में नगर के बलुवाघाट के हाजी मोहम्मद अली खां मरहूम के इमामबाड़े में कही ।उन्होंने कहा कि इस्लाम ने हमेशा दूसरों की मदद करना सिखाया है चाहे वो किसी भी धर्म व मज़हब का मानने वालों हो।यही वजह है कि इमाम हुसैन को मानने वाला हर मज़हब का मानने वाला है जिन्होंने पूरी इंसानियत को आज भी जिंदा रखा है।इसके पूर्व सोज़ख़्वानी गौहर अली ज़ैदी व उनके हमनवा ने पढ़ा, पेशख़्वानी हसन फतेहपुरी, आदिल मिर्जापुरी,मुफ़्ती हाशिम मेहदी,शम्सी आज़ाद व शोहरत जौनपुरी ने किया।अपने दर्द भरे नौहेख्वानी से अंजुमन मज़लूमिया के अनम हसन व उनके साथियों ने नौहा मातम कर कर्बला के शहीदों को नज़राने अकीदत पेश किया।इस मौके पर मौलाना गुलाम अली खान हरिद्वार, डॉ सामीन रिज़वी,शाहिद मेहदी,डॉ सज्जाद मेंहदी, नैय्यर जमाल खान,सैय्यद तनवीर रज़ा,डॉ, जीशान अदीब,डॉ.मो.रज़ा बेग,सै.अंजार क़मर बिलकिस कदर,रूबी,जौहर अली,आज़म ज़ैदी,तामीर हसन शिबू, अजादार हुसैन, श्रीकांत श्रीवास्तव,नयाब हसन सोनू,हसन ज़ाहिद खान, फैसल हसन तबरेज़,रूमी,रमी, नजमी,सहित हज़ारो अजादार मौजूद थे।संचालन डॉ इंतेज़ार मेंहदी व आभार मोहम्मद हैदर हनी व आभार हसनैन क़मर दीपू ने प्रकट किया।