अबुल कलाम आजाद देश के पहले शिक्षा मंत्री थे : फैसल हसन
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जौनपुर। भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा ज़िला कैम्प कार्यालय दुल्हन मैरेज हाल बदलापुर पड़ाव पर एक
संगोष्ठी का आयोजन किया गया और मौलाना आजाद को खेराजे अक़ीदत पेश की गई,
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष फैसल हसन तबरेज ने मौलाना आजाद की
जयंती आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सन 1888 में स्वतंत्रता
सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म हुआ था। उन्हीं के जन्मदिन पर हर साल
11 नवंबर को भारत में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
सितंबर 11 2008 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यह फैसला किया कि 11
नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रुप में मनाया जाना चाहिए।
2008 से हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रुप में
मनाया जाता है। वे हमारे देश के पहले शिक्षा मंत्री थे। उन्हें
स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद्, लेखक के रुप में जाना जाता है। मौलाना आजाद
के जयंती के मौके पर अपने विचार व्यक्त करने वाले मुख्य रूप से राकेश सिंह
डब्बू, आजम ज़ैदी,नीरज राय, ज्ञानेश सिंह, मुफ्ती हासिम, प्रवीण सिंह
पिन्टू, विकास तिवारी एडवोकेट, सरवर अहमद एडवोकेट, हाजी अवि बक्कास,
शैलेंद्र कुमार, बब्बी खां सभासद रामअवतार सेठ सोनू सभासद, फैसल यासीन
सभासद,अबुज़र शेख सभासद, पंकज सोनकर,राजकुमार गुप्ता, मोनू राजभर, सौरभ
शुक्ला,मून रिज़वी आदि मौजूद रहे संचालन विशाल सिंह हुकुम ने किया।