परी हत्याकांड में उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल करने के लिए वकील मुहैया कराएगी आप
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जौनपुर।
लगभग चार वर्ष होने को हैं। देर से ही सही पर आरोपी के खिलाफ आजीवन
कारावास का फैंसाल आया है। जघन्य अपराध पर आए इस फैंसले का परिजनों ने
स्वागत तो किया है पर वो इतने भर से संतुष्ट नहीं हैं। परिजनों का कहना है
जब तक आरोपी को फांसी की सजा नहीं हो जाती तब तक वो चैने से नहीं बैठेंगे।
अब
इस फैंसले के खिलाफ परिजनों ने उच्च न्यायालय जाने का मन बना लिया है।
जिसके लिए आम आदमी पार्टी कि जौनपुर इकाई ने परिजनों को वकील मुहैया कराने
का फैंसला किया है। आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अनुराग मिश्र से
एक खास बातचीत में उन्होंने बताया कि हमने उस समय मासूम के परिजनों के साथ
न्याय लिए काफी संघर्ष किया था। और आगे भी करते रहेंगे।
सनद
रहे कि 27 जनवरी 2016 को मड़ियाहूँ नगर के एक नरपिशाच नें अपने ननिहाल आई
एक छःवर्षीया मासूम बच्ची(परी) के साथ रेप करके उसके मुंह में मिट्टी भर कर
बड़ी ही निर्ममता से उसकी हत्या कर दी थी। इस जघन्य अपराध के खिलाफ आम
आदमी पार्टी ने मड़ियाहूं से लेकर जौनपुर मुख्यालय तक व्यापक स्तर पर धरना
प्रदर्शन किया था। और दरिंदे को फांसी दिए जाने की मांग की थी। उनका कहना
है कि आज निचली अदालत से मुकदमे का फैसला आया है। जिसमें फांसी की सजा के
लिए पर्याप्त साक्ष्य और परिस्थितियां होने के बावजूद ठीक ढंग से पैरवी ना
हो पाने के कारण से माननीय न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
पीड़िता के परिजन और आमजन कोई भी इस फैसले से संतुष्ट नहीं हैं। पर फिर भी
हम सभी अदालत के फैंसले का सम्मान करते हैं। इसपर परिजनों का कहना है कि
दरिंदे को फांसी दिलाने के लिए माननीय उच्च न्यायालय में अपील दाखिल किया
जाएगा।
परिजनों का कहना है कि इस फैंसले पर प्रश्न
यह उठता है कि हाई प्रोफाइल और महानगरों में घटित होने वाले निर्मम हत्या
कांड के लिए अलग, और ग्रामीण परिवेश में होने वाले घटनाओं के लिए अलग
मापदंड क्यों हैं ? क्या यह स्थिति न्याय की समानता के सिद्धांत के अनुकूल
हैं?
दरिंदे का पहले से ही आपराधिक रिकार्ड रहा है।
अपराधी मुंबई में एक हत्या के आरोप में जेल में बंद था। जो कि जेल से जमानत
पर रिहा हो करक आया था। जमानत के 15 दिनों के बाद ही उसने इस कुकृत्य को
अंजाम दिया। इसके पूर्व में भी उसका अपराधिक इतिहास है। जिससे यह साबित
होता है कि वह एक आदतन अपराधी था। फिर भी न्याय की दिशा में उठा यह एक कदम
महत्वपूर्ण तो है ही पर नाकाफी है।
आम आदमी पार्टी
के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अनुराग मिश्र से बताया कि आगे दरिंदे को फांसी
दिलाकर मासूम परी को न्याय मिलने तक न्याय की यह लड़ाई जारी रहेगी। जिसके
लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। रविवार को केंद्रीय कार्यालय पर आम आदमी
पार्टी की बैठक कर फैंसला ले लिया जाएगा और पार्टी परिजनों को वकील मुहैया
करवाएगी ताकि मासूम के परिजनों को न्याय मिल सके तथा प्रदेश की योगी
सरकार में पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था में भी परिजनों को
न्याय दिलाकर अपराधियों तक कड़ा संदेश पहुंचाया जाएगा।