प्रभारी मंत्री के निरीक्षण मिली अनेक खामियां, मुंशी निलंबित
https://www.shirazehind.com/2019/11/blog-post_475.html
जौनपुर। स्वतंत्र प्रभार खेल एवं युवा कल्याण, पंचायती राज
विभाग व जिले के प्रभारी मंत्री उपेंद्र तिवारी ने बुधवार को केराकत के
कोतवाली, तहसील, सीएचसी, नगर पंचायत कार्यालय व पीएम आवास का स्थलीय
निरीक्षण किया। जहां खामियां पाए जाने पर कोतवाल, उनके मुंशी व अधिशासी
अधिकारी को जमकर फटकार लगाते हुए सुधार की हिदायत दी। वहीं अन्य विभाग के
अधिकारियों में खलबली मची रही। ढाई घंटे तक प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों
की जमकर क्लास लगाई।
सुबह 10.05 बजे प्रभारी मंत्री डाक बंगले पर पहुंचे, जहां डीएम दिनेश कुमार सिंह, एसपी रविशंकर छवि इंतजार कर रहे थे। इसके बाद प्रभारी मंत्री केराकत कोतवाली पहुंचे, जहां कार्यालय में मौजूद मुंशी संजय यादव से कार्यालय के बारे में जानकारी ली, कार्यालय में गंदगी देखकर सफाई करने की सख्त चेतावनी दी। शौचालय में गंदगी व दुर्व्यवस्था देखते ही प्रभारी मंत्री भड़क गए और अविलंब सही कराने का निर्देश दिया। रसोई तक शौचालय की आ रही दुर्गंध व वहां बन रही दाल को अपने हाथ से हिलाकर देखा व फालोवर को सफाई रखने का निर्देश दिया। समाधान दिवस के रजिस्टर से शांति देवी व ब्रम्हदेव के दिए गए प्रार्थना पत्रों पर फोन कर समाधान की जानकारी ली। जिनकी संतुष्टि न होने पर कोतवाल बिद कुमार को फटकार लगाई। इसके बाद वे तहसील, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक कर्मचारी की अनुपस्थित पर सीएमओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। नगर पंचायत कार्यालय गए तो पानी की टंकी के नीचे गंदगी होने सफाई का निर्देश दिया। उपस्थिति रजिस्टर हस्ताक्षर न होने पर बिफर पड़े। जवाब देने से बचते रहे कोतवाल
प्रभारी मंत्री के कोतवाली के निरीक्षण के दौरान कमियां पाए जाने पर जब प्रभारी निरीक्षक के विषय में पूछा तो वह पीछे ही रहे और सवालों से बचते नजर आए। तब प्रभारी मंत्री ने पुलिस अधीक्षक से कहा कि देखिए यह कमी है। जिस पर अधिकारी भी बंगले झांकते नजर आए। ईओ को फर्स्ट एंड लास्ट वार्निंग
प्रभारी मंत्री ने केराकत ईओ के उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर न होने, आवास रजिस्टर न देने पर डांटते हुए कहा कि यह फर्स्ट एंड लास्ट वार्निंग है, आदत सुधार लीजिए, अगर काम करने नहीं आता है तो बता दीजिए, डीएम साहब सीखा देंगे। पीओ डूडा को दी चेतावनी
प्रधानमंत्री आवास का स्थलीय निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री शेखजादा वार्ड में पहुंचे। जहां कच्चा मकान देखकर रुक गए, पता चला कि वह सुरेश प्रजापति का मकान है। जिन्हें दो साल पहले पीएम आवास का प्रमाणपत्र मिला है, लेकिन आवास नहीं। सुरेश प्रजापति, शशि मिश्रा, निर्मला सोनकर ने डूडा के जेई पर जबर्दस्ती पैसे मांगने का आरोप लगाया। ऐसे में मंत्री ने पीओ डूडा को फोन पर डांट पिलाई।
सुबह 10.05 बजे प्रभारी मंत्री डाक बंगले पर पहुंचे, जहां डीएम दिनेश कुमार सिंह, एसपी रविशंकर छवि इंतजार कर रहे थे। इसके बाद प्रभारी मंत्री केराकत कोतवाली पहुंचे, जहां कार्यालय में मौजूद मुंशी संजय यादव से कार्यालय के बारे में जानकारी ली, कार्यालय में गंदगी देखकर सफाई करने की सख्त चेतावनी दी। शौचालय में गंदगी व दुर्व्यवस्था देखते ही प्रभारी मंत्री भड़क गए और अविलंब सही कराने का निर्देश दिया। रसोई तक शौचालय की आ रही दुर्गंध व वहां बन रही दाल को अपने हाथ से हिलाकर देखा व फालोवर को सफाई रखने का निर्देश दिया। समाधान दिवस के रजिस्टर से शांति देवी व ब्रम्हदेव के दिए गए प्रार्थना पत्रों पर फोन कर समाधान की जानकारी ली। जिनकी संतुष्टि न होने पर कोतवाल बिद कुमार को फटकार लगाई। इसके बाद वे तहसील, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक कर्मचारी की अनुपस्थित पर सीएमओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। नगर पंचायत कार्यालय गए तो पानी की टंकी के नीचे गंदगी होने सफाई का निर्देश दिया। उपस्थिति रजिस्टर हस्ताक्षर न होने पर बिफर पड़े। जवाब देने से बचते रहे कोतवाल
प्रभारी मंत्री के कोतवाली के निरीक्षण के दौरान कमियां पाए जाने पर जब प्रभारी निरीक्षक के विषय में पूछा तो वह पीछे ही रहे और सवालों से बचते नजर आए। तब प्रभारी मंत्री ने पुलिस अधीक्षक से कहा कि देखिए यह कमी है। जिस पर अधिकारी भी बंगले झांकते नजर आए। ईओ को फर्स्ट एंड लास्ट वार्निंग
प्रभारी मंत्री ने केराकत ईओ के उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर न होने, आवास रजिस्टर न देने पर डांटते हुए कहा कि यह फर्स्ट एंड लास्ट वार्निंग है, आदत सुधार लीजिए, अगर काम करने नहीं आता है तो बता दीजिए, डीएम साहब सीखा देंगे। पीओ डूडा को दी चेतावनी
प्रधानमंत्री आवास का स्थलीय निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री शेखजादा वार्ड में पहुंचे। जहां कच्चा मकान देखकर रुक गए, पता चला कि वह सुरेश प्रजापति का मकान है। जिन्हें दो साल पहले पीएम आवास का प्रमाणपत्र मिला है, लेकिन आवास नहीं। सुरेश प्रजापति, शशि मिश्रा, निर्मला सोनकर ने डूडा के जेई पर जबर्दस्ती पैसे मांगने का आरोप लगाया। ऐसे में मंत्री ने पीओ डूडा को फोन पर डांट पिलाई।