कैंसर मुक्त जौनपुर अभियान के प्रणेता को डब्ल्यू0एच0ओ0 ने किया सम्मानित

 जौनपुर । मुफ्तीगंज ब्लाक निवासी विकास तिवारी को कैंसर रूपी बीमारी के रोकथाम व कैंसर के कारणकारी खाद्य पदार्थों व खाद्य मादक पदार्थों पर प्रतिबंध लगवाने में अग्रणी भूमिका निभाने,जागरूकता लाने तथा कैंसर मुक्त समाज-कैंसर मुक्त जौनपुर अभियान के प्रति प्रतिबद्धता के लिए वैश्विक स्तर पर सम्मानित किया गया यह पुरस्कार एक "विशेष सम्मान" है जो अपने देश में वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली कार्यो के माध्यम से प्रदर्शित वैश्विक लक्ष्यों के प्रति एक सामाजिक व्यक्ति की प्रतिबद्धता को और अधिक ताकत देने के लिए व हौसला बढ़ाने के लिए दिया जाता है। विकास तिवारी का उक्त सम्मान दिनांक 7 नवंबर 2019 को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च नई दिल्ली के सभागार कक्ष में डब्ल्यू0एच0ओ0 फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल,भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली,नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रीवेंशन एंड रिसर्च इंडिया, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन साउथ ईस्ट एशिया द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक कार्यक्रम में किया गया कार्यक्रम में प्रमुख रुप से दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश बांग्लादेश,भूटान, म्यांमार,नेपाल,श्रीलंका, इंडिया के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में विकास तिवारी को डॉ0 केस्टिन स्टोक डब्ल्यू0एच0ओ0 हेड क्वार्टर रिप्रेजेंटेटिव जेनेवा, डॉ0शालिनी सिंह डायरेक्टर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर प्रीवेंशन एण्ड रिसर्च भारत, एम0एस0 पेयडेन डीप्टी डब्ल्यू0एच0ओ0 ,श्री संजीव कुमार सचिव-स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, प्रोफेसर बलराम भार्गव सचिव,स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया सम्मानित करने वाली संस्थान द्वारा विकास तिवारी को विश्व पटल पर अपनी बात रखने का अवसर भी दिया गया कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विकास तिवारी ने विस्तृत तौर पर जनपद जौनपुर में बनने व बिकने वाले जानलेवा खाद्य मादक पदार्थ दोहरा पर प्रकाश डाला और बताया की क्यों और कैसे जनपद जौनपुर का दोहरा खाने से कैंसर रूपी बिमारी हो जाती है,और सैकड़ो लोग अपनी जान गवा चुके है ।विदित हो की जनपद जौनपुर में बनने व बिकने वाला खाद्य मादक पदार्थ दोहरा वर्ष 1990 के आस पास लोक चर्चाओं में आया और धीरे-धीरे दोहरा की लोकप्रियता दोहरा खाने वालो में बढ़ने लगी, इसमें मादकता भरने की होड़ में दोहरा विक्रेताओं द्वारा वर्ष 1998 के आस-पास इसमें अखाद्य मादक पदार्थ मिलाये जाने की शिकायत आने लगी, वर्ष 2005 तक दोहरा जनपद जौनपुर के सभी युवाओं छात्रो का सस्ता नशीला खाद्य मादक पदार्थ होने के नाते पसंद बन गया क्योंकि दो रूपये का दोहरा लगभग दस खुराक आ जाता था इसीलिए ज्यादातर जनपद के लोग इसकी लत के शिकार हो गये और उनके मुंह में हमेशा दोहरा भरा रहने लगा जैसे ही दोहरा खाने के आदि दोहरा थूकते उसके अगले पल दोहरा पुन: खा लेते जो भी व्यक्ति एकबार दोहरा खाने की लत और इसकी मादकता के शिकार हुए चाहकर भी इसे नही छोड़ पाये और धीरे धीरे कैंसर की चपेट में आने लगे और काल के गाल में समाने लगे। विकास तिवारी की शिकायत पर कि जौनपुर के जानलेवा दोहरा पर प्रतिबंध लगाया जाय क्योंकि दोहरे में भीगी सोपाड़ी का प्रयोग होता है, इसमे सुर्ती मिलाई जाती है,जिस पैकेट में इसे भरा जाता है वह बहुत ही घटिया किस्म की प्लास्टिक होती है,दोहरा निर्माण का कोई मानक नही होता है,श्री तिवारी की शिकायत पर अमल करते हुए दिनांक 09 अगस्त 2011 को तत्कालीन नगर मजिस्ट्रेट जौनपुर बालमंयक मिश्र द्वारा कानूनी व जॉच प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद दोहरा पर प्रतिबंध लगा दिया गया लेकिन दोहरा कारोबारीयों द्वारा दीवानी न्यायालय जौनपुर में क्रिमिनल रिविजन संख्या 296 वर्ष 2011 दाखिल किया गया दोहरा के खिलाफ कोई लिखित सार्वजनिक शिकायत न होने के कारण नगर मजिस्ट्रेट के आदेश को माननीय न्यायालय द्वारा सेट एसाईड कर दिया गया । विकास तिवारी द्वारा दोहरा से पिडित लोगो को साथ में लेकर समाज में जागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया, जिले के सभी प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से सहयोग के लिए अनुरोध किया गया जनपद के डाक्टरों से सहयोग भी मिला एंकोसर्जन डा0ए0के0सिंह ने दोहरा की भयावकता के संदर्भ में सरकार को पत्र भी लिखा, टाटा कैंसर अस्पताल मुम्बई ने भी एक लिखित जबाब प्रेषित कर दोहरा को कैंसर का कारण कारी पदार्थ माना और दोहरा खाने से कैंसर हो जाने के कारण हुई मौतो को भी सार्वजनिक किया, बीएचयू वाराणसी ने भी कैंसर पीडितो का आकडा दिया, दिनांक 20 मार्च 2017 को विकास तिवारी की अगुवाई मे नगर में लगभग पांच सौ युवाओं ने दोहरा के खिलाफ जुलूस निकाला और दोहरा पर प्रतिबंध लगाने की मांग जिलाधिकारी जौनपुर से किया । दिनांक 18 जनवरी 2018 को विकास तिवारी की अगुवाई में शासन प्रशासन के सद्बुद्धि यज्ञ, ज्ञापन, विरोध प्रदर्शन व दोहरा खाने से हुई मौतो का साक्ष्य प्राप्त होने के बाद जिलाधिकारी जौनपुर द्वारा दोहरा पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी जौनपुर व पुलिस अधीक्षक जौनपुर द्वारा संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस करके दोहरा बेचने वालो की गुप्त सूचना देने की अपील की गयी व प्रतिबंध के बाद भी दोहरा बेचने वालो पर कार्यवाही की गयी। दोहरा कारोबारीयों की अपील को खाद्य तात्कालीन सुरक्षा आयुक्त कामनी रतन चौहान द्वारा भी खारीज किया जा चुका है। लेकिन आज भी जनपद जौनपुर में चोरी छीपे दोहरा बिक रहा है । ज्वाइंट सेक्रेटरी भारत सरकार विकास सील ने इस पर प्रभावी रोक लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है ।

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