जौनपुर के अमित जायसवाल बने वाणिज्य कर अधिकारी
https://www.shirazehind.com/2019/10/blog-post_884.html
जौनपुर। लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश (यू.पी.पी.एस.सी.) वर्ष 2017 के घोषित
परीक्षाफल में जौनपुर के होनहार अमित जायसवाल को सामान्य श्रेणी में 167
स्थान मिला। इसी के साथ ही उनका चयन वाणिज्य कर अधिकारी के रूप में हुआ
जिसकी जानकारी होने पर परिजनों सहित शुभचिंतकों मंे खुशी की लहर दौड़ गयी।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कार्यरत ओम प्रकाश जायसवाल एवं गृहणी श्रीमती चन्दा देवी के ज्येष्ठ पुत्र अमित जायसवाल की प्रारम्भिक शिक्षा हरिहर सिंह पब्लिक स्कूल परमानतपुर, हाईस्कूल नवोदय विद्यालय मड़ियाहूं, इण्टरमीडिएट मां दुर्गा जी विद्यालय सिद्दीकपुर में हुआ। इसके बाद उन्होंने आई.आई.टी. धनबाद से मैकेनिकल इंजीनियरिंग किया।
नगर के सिटी रेलवे स्टेशन के क्रासिंग के पास स्थित सद्भावना कालोनी निवासी श्री जायसवाल के छोटे भाई किशन जायसवाल आई.आई.टी. गुवाहटी से लाइफ साइंस से पीएचडी कर रहे हैं तथा एकमात्र बहन अंतिमा जायसवाल आजमगढ़ में बीडीएस अंतिम वर्ष की छात्रा है।
इस बाबत दूरभाष पर हुई वार्ता में अमित जायसवाल ने बताया कि इस चयन का सारा श्रेय माता, पिता, गुरूजनों सहित शुभचिंतकों को जाता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 के आईएएस परीक्षा में भी वह सम्मिलित रहे हैं। फिलहाल अभी इसी चयन के को अपनाकर कार्य करना है।
श्री जायसवाल के चयन की जानकारी होने पर जहां परिजनों, शुभचिंतकों व रिश्तेदारों में खुशी की लहर दौड़ गयी, वहीं पूर्वांचल विश्वविद्यालय, मानस प्रचारिणी सभा, जायसवाल समाज परिवार सहित अन्य ने बधाई दिया है।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कार्यरत ओम प्रकाश जायसवाल एवं गृहणी श्रीमती चन्दा देवी के ज्येष्ठ पुत्र अमित जायसवाल की प्रारम्भिक शिक्षा हरिहर सिंह पब्लिक स्कूल परमानतपुर, हाईस्कूल नवोदय विद्यालय मड़ियाहूं, इण्टरमीडिएट मां दुर्गा जी विद्यालय सिद्दीकपुर में हुआ। इसके बाद उन्होंने आई.आई.टी. धनबाद से मैकेनिकल इंजीनियरिंग किया।
नगर के सिटी रेलवे स्टेशन के क्रासिंग के पास स्थित सद्भावना कालोनी निवासी श्री जायसवाल के छोटे भाई किशन जायसवाल आई.आई.टी. गुवाहटी से लाइफ साइंस से पीएचडी कर रहे हैं तथा एकमात्र बहन अंतिमा जायसवाल आजमगढ़ में बीडीएस अंतिम वर्ष की छात्रा है।
इस बाबत दूरभाष पर हुई वार्ता में अमित जायसवाल ने बताया कि इस चयन का सारा श्रेय माता, पिता, गुरूजनों सहित शुभचिंतकों को जाता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 के आईएएस परीक्षा में भी वह सम्मिलित रहे हैं। फिलहाल अभी इसी चयन के को अपनाकर कार्य करना है।
श्री जायसवाल के चयन की जानकारी होने पर जहां परिजनों, शुभचिंतकों व रिश्तेदारों में खुशी की लहर दौड़ गयी, वहीं पूर्वांचल विश्वविद्यालय, मानस प्रचारिणी सभा, जायसवाल समाज परिवार सहित अन्य ने बधाई दिया है।