मानसिक रोग समान्य बीमारी, छिपायें नहीं
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग के द्वारा “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस सप्ताह” के क्रम में देवकली गांव में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 अजय प्रताप सिंह द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि आज यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि हमारे समाज में मानसिक रोगों को छुपाने का प्रयास किया जाता है, लोग मानसिक-रोग विशेषज्ञ के पास जाने से परहेज करते हैं। वे इसे पागलपन की बीमारी समझते हैं, जबकि यह एक समान्य बीमारी की तरह है, जिसका इलाज संभव है। इस बीमारी में उलझन, घबराहट, अत्यधिक चिंता, तनाव, अकेलापन होने की समस्या आदि प्रमुख है। विषय पर एक नुक्कड़-नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। इस अवसर पर विभाग की डॉ जान्हवी श्रीवास्तव,डॉ मनोज कुमार पाण्डेय एवं अन्नू त्यागी ने लोगों को मानसिक रोगों के लक्षण एवं इसकी पहचान कैसे कर सकते हैं, विषय पर लोगों को जागरूक किया। इसके साथ ही छात्रा लवली सिंह द्वारा स्वास्थ्य पर गीत तथा स्मृति श्रीवास्तव द्वारा मानसिक स्वास्थ्य पर एक भाषण प्रस्तुत किया गया। उपस्थित जनसमूह को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं से संबंधित प्रश्नों का जवाब दिया। इस कार्यक्रम में विभाग की पूर्व छात्रा उपासना श्रीवास्तव, शोधछात्र अरबिन्द प्रजापति, ग्राम प्रधान राजेंद्र यादव , मनोज कुमार यादव, रामकृपाल यादव एवं भारी संख्या में गाँव के लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। कार्यक्रम के शुरुआत में वीर बहादुर सिंह पूर्वाञ्चल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डॉ राजा राम यादव एवं कुलसचिव सुजीत जयसवाल द्वारा छात्रों को इस जागरूकता कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी गयी एवं अभियान हेतु हरी झंडी दिखाकर कार्यक्रम हेतु रवाना किया गया ।