नल-नील के शिल्प कौशल से हुआ राम सेतु का निर्माण
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जौनपुर। शाहगंज नगर
के ऐतिहासिक श्री रामलीला के अगले चरण में नगर के पक्का पोखरा स्थित
रामलीला मैदान पर वानरों का राम के पास आना, लंका पर चढ़ाई, विभीषण-रावण
संवाद, विभीषण सरणागति और सेतु बंधन की लीला हुई। वहीं नगर के कलेक्टरगंज
स्थित रामलीला मंच पर उपजिलाधिकारी राजेश वर्मा सहित रामभक्तों ने प्रभु की
आरती उतारकर पूजन-अर्चन किया। इसके बाद पात्रों द्वारा सेतु बंधन,
रामेश्वर स्थापना, रावण-मंदोदरी संवाद, रावण-प्रहस्त संवाद, रावण अखाड़ा की
लीला की गयी। लीला के अनुसार लंका पर चढ़ाई करने को लेकर सुग्रीव सहित समस्त
वानर सेना श्रीराम के पास एकत्र हुई। विभीषण ने राम की शरण ली। सौ योजन
समुद्र पर नल-नील के शिल्प कौशल सहित समस्त वानर सेना के सहयोग से 5 दिन के
अंदर सौ योजन सेतु का निर्माण हुआ। वहीं सेतु निर्माण के समय श्रीराम ने
भगवान शिव की पूजा करते हुये उसी स्थान पर रामेश्वर ज्योतिर्लिंग की
स्थापना किया। इसके बाद सेतु के माध्यम से समुद्र पार करके श्रीराम सहित
सम्पूर्ण वानर सेना लंका पहुंचने की लीला, रावण-मंदोदरी संवाद,
रावण-प्रहस्त संवाद और रावण अखाड़ा की लीला सम्पन्न की गयी। दो चरणों में
सम्पन्न हुई लीला मंचन के दौरान भक्तों के जयकारे से समूचा नगर गुंजायमान
हो उठा।