एसटीएफ जवान के हत्यारोपित तस्करों को पुलिस ले गयी पंजाब
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जौनपुर। अमृतसर के एसटीएफ जवान के हत्यारोपित तस्करों को पुलिस शनिवार की देर शाम लेकर पंजाब चली गई। जीआरपी ने शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था। अमृतसर से सीओ के नेतृत्व में पांच पुलिस कर्मी शनिवार को आरोपितों को लेने के लिए आए थे।
थानाध्यक्ष जीआरपी अरविद कुमार सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार को जौनपुर जंक्शन पर ट्रेनों व प्लेटफार्मों पर सघन चेकिग के दौरान दो संदिग्ध तमंचों के साथ पकड़े गए थे। पूछताछ में आरोपितों ने अपना नाम राजन सिंह पुत्र जसविदर सिंह निवासी नंगलगुरु थाना जांडियाला जिला अमृतसर ग्रामीण (पंजाब) और अरविद सिंह पुत्र जगतार सिंह निवासी तरन-तारन रोड ब्लाक जांडियाला थाना जांडियाला अमृतसर ग्रामीण (पंजाब) बताया। पूछताछ में आरोपितों ने स्वीकार किया कि वह नशीले पदार्थ के तस्कर हैं। तस्करी को लेकर एक अक्टूबर मंगलवार को एसटीएफ व हम लोगों के बीच गोली चली थी। फायरिग में एक सिपाही को हम लोगों की गोली लग गई और हम लोग भागने में सफल रहे। बाद में समाचार पत्र से जानकारी हुई कि गोली से घायल पुलिस की मौत हो गई। जीआरपी ने जब जांडियाला थाने पर जानकारी की गई तो पता चला कि आरोपियों के विरुद्ध हत्या सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत है। गिरफ्तारी के बाद जीआरपी की सूचना पर अमृतसर के जांडियाला से सीओ गुरु इंदर वीर सिंह के नेतृत्व में एक इंसपेक्टर, उपनिरीक्षक व दो सिपाही आरोपित तस्करों को लेने के लिए आए। अमृतसर न्यायालय से मिले प्रोडक्शन वारंट की अवधि शाम पांच बजे समाप्त हो जाने के कारण सीजेएम ने जेल अधीक्षक को नियमानुसार कार्रवाई का आदेश दिया। जेल अधीक्षक एके मिश्रा ने बताया कि स्पष्ट आदेश न मिलने के कारण उन्होंने आरोपितों को सौंपने में असमर्थता जताई। इसके बाद अमृतसर के सीओ ने जनपद न्यायाधीश से गुहार लगाई। उनके निर्देश पर सीजेएम ने स्पष्ट आदेश दिया। इसके बाद देर शाम तस्करों को लेकर पंजाब पुलिस वापस लौट गई।