गैस सिलेंडर वितरण में मनमानी , बढ़ी परेशानी
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जौनपुर। जिला मुख्यालय पर गैस के लिए जहां 8-10 दिन इन्तजार करना पड़ रहा है। एजेन्सी पर फोन नहीं उठाया जा रहा है जिम्मेदार लोग इस बारे में बात करने से मना कर दे रहे हैं । एजेन्सी संचालकों को प्रषासन का भय नहीं रह गया है मजबूरन दहषहरा मंे उपभेक्ताओं को काले बाजार से जहां सिलेण्डर लेना पड़ वहीं केराकत में रसोई गैस की किल्लत उपभोक्ताओं के परेशानी का सबब बन गई है। एक सिलेंडर के लिए देर रात से ही उपभोक्ता लाइन में खड़े होकर रसोई गैस आने का इंतजार कर रहे हैं। उसके बाद भी कई उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर नहीं मिलने पर मायूस होकर घर लौटना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं को गैस के लिए देर रात से ही लाइन में खड़े रहना मजबूरी बन गयी है। लाइन में खड़े होने के लिए अक्सर उपभोक्ताओं में लड़ाई झगड़ा और मारपीट हो रहा है। दूसरी ओर गैस का वितरण घर घर जाकर करने के बजाय एजेंसी कर्मी द्वारा कभी गोदाम से तो कभी किसी रोड तो कभी कहीं किसी चैराहे पर गैस वाहन लगा गैस वितरित किया जा रहा है जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। गैस आने की सूचना भी उपभोक्ताओं को नहीं मिल पा रही है जिसके कारण उपभोक्ताओं को सिलेंडर लेकर यहां-वहां दौड़ना पड़ रहा है। इधर कुछ दिनों से उपभोक्ताओं को गैस के लिए काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। केराकत कस्बे के उपभोक्ताओं का कहना है कि गैस सिलेंडर वितरित करने का स्थान निश्चित न होने से उन्हें अक्सर ही परेशानी उठानी पड़ रही है। यदि गोदाम से ही गैस सिलेंडरों का वितरण किया जाए तो उन्हें इधर-उधर दौड़ना नहीं पड़ेगा। जबकि एजेंसी कर्मियों का कहना है कि उपभोक्ताओं की सुविधा के अनुसार गैस सिलेंडर का वितरण कब और किसी स्थान से किया जाएगा। इसकी जानकारी उपभोक्ताओं को पहले ही दे दी जाती है। इधर कुछ दिनों से उपर से ही गैस सिलेंडर एजेंसी कम मिल रहा है। जिससे यह समस्या उत्पन्न हुई हैं। हम सभी की कोशिश रहती है कि जितना गैस सिलेंडर एजेंसी को मिल रहा उसका वितरण ठीक ढंग से कर दिया जाए।