मानसिक रोग के प्रति समाज के हर वर्ग को जागरूक होना जरूरी : डॉ हरेन्द्र प्रताप सिंह
https://www.shirazehind.com/2019/10/blog-post_482.html
जौनपुर। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर ’’विशाल मानसिक
स्वास्थ्य जनजागरूकता एवं उपचार शिविर’’ का आयोजन अमर शहीद उमानाथ सिंह
जिला पुरूष चिकित्सालय परिसर में किया गया।
शिविर का उद्घाटन विधायक जफराबाद डॉ हरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा किया गया, जिसमें पुलिस अधिक्षक रविशंकर छवि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा0 रामजी पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधिक्षक डा0 अभिमन्यु कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 आर0एस0 कुशवाहा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 सुरेश चन्द वर्मा, नोडल अधिकारी, एन0सी0डी0 डा0 राजीव यादव एवं वरिष्ठ परामर्शदाता डा0 एस0के0 यादव ने मानसिक रोगों के संबंध में विस्तार रूप से चर्चा की गयी।
विधायक ने संबोधित करते हुये कहा कि मानसिक रोग के प्रति समाज के हर वर्ग को जागरूक होना जरूरी है। मानसिक रोग भी अन्य बिमारियों की तरह है तथा इसका इलाज सम्भव है। तनाव, एकल परिवार आदि इसके दूसरे कारण है।
पुलिस अधीक्षक नेे संबोधित करते हुये कहा कि अवसाद के कारण आज समाज में लोग आत्म हत्या कर रहे है जो बहुत ही दुःखद है। इसलिए मानसिक रोगों से संबंधित कोई भी समस्या का उपचार कराना बहुत जरूरी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकरी ने बताया कि नींद न आना, मन में उदासी, चिंता, खबराहट होना आत्म हत्या का विचार आना आदि मानसिक रोगों के लक्षण है, ऐसा होने पर मानोचिकित्सक के पास जाना चाहिऐ।
सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण डा0 फिरोज ने कहा कि अपराध का कारण मानसिक रोग है, प्रति वर्ष 10 प्रतिशत गृहणी मानसिक रोग के कारण आत्महत्या करती है।
मानसिक स्वास्थ्य शिविर मेें कुल 263 मरीजों की जॉच की गयी जिसमें 11 मानसिक रोगी पाये गये जिनका उपचार एवं काउन्सलिंग की गयी, 05 मानसिक रोगियोें को मानसिक विकलांगता प्रमाण-पत्र निर्गत किया गया। शिविर में 51 रोगियों की निःशुल्क शुगर जॉच भी किया गया। उक्त कैम्प में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय एवं एन0सी0डी0 क्लीनिक/मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के समस्त कर्मचारी/अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र यादव कनिष्ठ सहायक एवं जय प्रकाश गुप्ता ने किया।
शिविर का उद्घाटन विधायक जफराबाद डॉ हरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा किया गया, जिसमें पुलिस अधिक्षक रविशंकर छवि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डा0 रामजी पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा अधिक्षक डा0 अभिमन्यु कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 आर0एस0 कुशवाहा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 सुरेश चन्द वर्मा, नोडल अधिकारी, एन0सी0डी0 डा0 राजीव यादव एवं वरिष्ठ परामर्शदाता डा0 एस0के0 यादव ने मानसिक रोगों के संबंध में विस्तार रूप से चर्चा की गयी।
विधायक ने संबोधित करते हुये कहा कि मानसिक रोग के प्रति समाज के हर वर्ग को जागरूक होना जरूरी है। मानसिक रोग भी अन्य बिमारियों की तरह है तथा इसका इलाज सम्भव है। तनाव, एकल परिवार आदि इसके दूसरे कारण है।
पुलिस अधीक्षक नेे संबोधित करते हुये कहा कि अवसाद के कारण आज समाज में लोग आत्म हत्या कर रहे है जो बहुत ही दुःखद है। इसलिए मानसिक रोगों से संबंधित कोई भी समस्या का उपचार कराना बहुत जरूरी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकरी ने बताया कि नींद न आना, मन में उदासी, चिंता, खबराहट होना आत्म हत्या का विचार आना आदि मानसिक रोगों के लक्षण है, ऐसा होने पर मानोचिकित्सक के पास जाना चाहिऐ।
सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण डा0 फिरोज ने कहा कि अपराध का कारण मानसिक रोग है, प्रति वर्ष 10 प्रतिशत गृहणी मानसिक रोग के कारण आत्महत्या करती है।
मानसिक स्वास्थ्य शिविर मेें कुल 263 मरीजों की जॉच की गयी जिसमें 11 मानसिक रोगी पाये गये जिनका उपचार एवं काउन्सलिंग की गयी, 05 मानसिक रोगियोें को मानसिक विकलांगता प्रमाण-पत्र निर्गत किया गया। शिविर में 51 रोगियों की निःशुल्क शुगर जॉच भी किया गया। उक्त कैम्प में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय एवं एन0सी0डी0 क्लीनिक/मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के समस्त कर्मचारी/अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र यादव कनिष्ठ सहायक एवं जय प्रकाश गुप्ता ने किया।