मृदा परीक्षण लैब सफेद हाथी
https://www.shirazehind.com/2019/10/blog-post_424.html
जौनपुर। केन्द्र से लेकर प्रदेश सरकार भले ही किसानों से मृदा परीक्षण कराने के उपरांत ही फसल उत्पादन करने के लिए लाख प्रयास कर रही है। परंतु जिला मृदा परीक्षण लैब संसाधनों के अभाव से जूझ रही है। जिला मृदा परीक्षण लैब पर रसायनों की भारी कमी है।
जिसके चलते लैब पर आने वाले किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई किसानों ने बताया कि सरकार वैसे तो मिट्टी का परीक्षण कराने के बाद ही खेती करने पर जोर दे रही है। लेकिन लैब में न तो मिट्टी की जांच के लिए पर्याप्त रासायानों उपलब्ध है और न ही लैब के कर्मचारी किसानों के साथ उचित व्यवहार करते है।
जिसके चलते लैब पर आने वाले किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई किसानों ने बताया कि सरकार वैसे तो मिट्टी का परीक्षण कराने के बाद ही खेती करने पर जोर दे रही है। लेकिन लैब में न तो मिट्टी की जांच के लिए पर्याप्त रासायानों उपलब्ध है और न ही लैब के कर्मचारी किसानों के साथ उचित व्यवहार करते है।