रावण और पूर्वांचल कुलपति में कोई भेद नही: दिव्यप्रकाश
https://www.shirazehind.com/2019/10/blog-post_373.html
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की पीएचडी परीक्षा में जिन अभ्यर्थियों को परीक्षा
परिणाम में उत्तीर्ण होने के एक सप्ताह बाद विश्वविद्यालय द्वारा
अनुत्तीर्ण कर दिया गया, उन्होंने आज नगर के रोडवेज तिराहे पर पूर्वांचल
विश्वविद्यालय के कुलपति का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर आक्रोश जताया।
विगत दिनों पी०एच०डी० संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पीड़ित अभ्यर्थियों का लगातार कुलपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है इसी क्रम में आज नगर के रोडवेज तिराहे पर कुलपति के प्रतीकात्मक पुतले को दहन कर और कुलपति विरोधी नारे लगाकर संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने विरोध जताया।
पुतला दहन के दौरान पीएचडी संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधित्वकर्ता दिव्यप्रकाश सिंह ने कहा कि जिस तरह से दशहरा के शुभ अवसर पर पूरा देश खुशी मना रहा है वही हम नौजवान इस अहंकारी भ्रष्ट कुलपति का पुतला दहन कर ये बता देना चाहते है कि रावण और पूर्वांचल कुलपति में कोई भेद नही है। छात्रहित के हनन को हम कत्तई बर्दास्त नही करेंगे। हम छात्रों के साथ जो पूर्वनियोजित अन्याय हुआ है उनको इस ईट का जवाब पत्थर से देना पड़ेगा और महामहिम राज्यपाल महोदय व देश के सामने इनके काले कारनामो को उजागर करके ही दम लूंगा। हम सबके साथ हुई बड़ी साजिश को महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश तक पहुंचाने के लिए व पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में हो रहे भारी भ्रष्टाचार व पैसे के खेल से बदले जा रहे परीक्षा परिणाम की तरफ ध्यान आकृष्ट कराने के लिए विरोध स्वरूप आज प्रतीकात्मक पुतला दहन किया गया।
सपा नेता अतुल सिंह व अधिवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्रो को मर्डर करने का गुरूज्ञान देने वाले कुलपति अहंकार वस इन पीड़ित पीएचडी परीक्षा अभ्यर्थीयों की बात नही सुन रहे है हम सबने पीएचडी परीक्षा परिणाम में हुई भारी धाधली से जिलाधिकारी जौनपुर को भी अवगत कराया लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही व मदद इन पीड़ित अभ्यर्थीयों की नही कि गयी साथ ही जनपद के सभी जनप्रतिनिधि व जिम्मेदार लोग उक्त प्रकरण पर मौन साधे हुए है ऐसे में अपनी आवाज राज्यपाल उत्तर प्रदेश तक पहुचाने का कोई दुसरा विकल्प नजर नही आ रहा है इसलिए हम सब आज इस गरिमामयी पद पर आसीन कुलपति महोदय के प्रतीकात्मक पुतला दहन करने को मजबूर है। और जब तक हमारी मांगो पर माननीया राज्यपाल उत्तर प्रदेश द्वारा अमल नही कर लिया जाता हम पीएचडी संघर्ष मोर्चा के साथ अपना क्रमिक विरोध प्रदर्शन व आंदोलन अनवरत जारी रखेगें। उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय के तानाशाही पूर्ण रवैये के खिलाफ हम पीडित अभ्यर्थीयों को न्याय दिलाने की लडाई में हम पुरी तन्मयता से अभ्यर्थीयों के साथ खडे है और आगे भी खडे रहेगें।
उक्त कार्यक्रम में विराज ठाकुर, गौरव सिंह चंचल, रामबचन यादव, संजय सोनकर गोपाल, शशांक मिश्रा,विजय प्रताप, संदीप कुमार, अमित श्रीवास्तव,नीरज यादव, चंद्रपाल सिंह, प्रियंका यादव, अनुश्री, सतीश, रुद्रेश त्रिपाठी, अभय, अमन ,सोनू यादव समेत इत्यादि उपस्थित रहे।
विगत दिनों पी०एच०डी० संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पीड़ित अभ्यर्थियों का लगातार कुलपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है इसी क्रम में आज नगर के रोडवेज तिराहे पर कुलपति के प्रतीकात्मक पुतले को दहन कर और कुलपति विरोधी नारे लगाकर संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने विरोध जताया।
पुतला दहन के दौरान पीएचडी संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधित्वकर्ता दिव्यप्रकाश सिंह ने कहा कि जिस तरह से दशहरा के शुभ अवसर पर पूरा देश खुशी मना रहा है वही हम नौजवान इस अहंकारी भ्रष्ट कुलपति का पुतला दहन कर ये बता देना चाहते है कि रावण और पूर्वांचल कुलपति में कोई भेद नही है। छात्रहित के हनन को हम कत्तई बर्दास्त नही करेंगे। हम छात्रों के साथ जो पूर्वनियोजित अन्याय हुआ है उनको इस ईट का जवाब पत्थर से देना पड़ेगा और महामहिम राज्यपाल महोदय व देश के सामने इनके काले कारनामो को उजागर करके ही दम लूंगा। हम सबके साथ हुई बड़ी साजिश को महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश तक पहुंचाने के लिए व पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में हो रहे भारी भ्रष्टाचार व पैसे के खेल से बदले जा रहे परीक्षा परिणाम की तरफ ध्यान आकृष्ट कराने के लिए विरोध स्वरूप आज प्रतीकात्मक पुतला दहन किया गया।
सपा नेता अतुल सिंह व अधिवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्रो को मर्डर करने का गुरूज्ञान देने वाले कुलपति अहंकार वस इन पीड़ित पीएचडी परीक्षा अभ्यर्थीयों की बात नही सुन रहे है हम सबने पीएचडी परीक्षा परिणाम में हुई भारी धाधली से जिलाधिकारी जौनपुर को भी अवगत कराया लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही व मदद इन पीड़ित अभ्यर्थीयों की नही कि गयी साथ ही जनपद के सभी जनप्रतिनिधि व जिम्मेदार लोग उक्त प्रकरण पर मौन साधे हुए है ऐसे में अपनी आवाज राज्यपाल उत्तर प्रदेश तक पहुचाने का कोई दुसरा विकल्प नजर नही आ रहा है इसलिए हम सब आज इस गरिमामयी पद पर आसीन कुलपति महोदय के प्रतीकात्मक पुतला दहन करने को मजबूर है। और जब तक हमारी मांगो पर माननीया राज्यपाल उत्तर प्रदेश द्वारा अमल नही कर लिया जाता हम पीएचडी संघर्ष मोर्चा के साथ अपना क्रमिक विरोध प्रदर्शन व आंदोलन अनवरत जारी रखेगें। उन्होंने कहा की विश्वविद्यालय के तानाशाही पूर्ण रवैये के खिलाफ हम पीडित अभ्यर्थीयों को न्याय दिलाने की लडाई में हम पुरी तन्मयता से अभ्यर्थीयों के साथ खडे है और आगे भी खडे रहेगें।
उक्त कार्यक्रम में विराज ठाकुर, गौरव सिंह चंचल, रामबचन यादव, संजय सोनकर गोपाल, शशांक मिश्रा,विजय प्रताप, संदीप कुमार, अमित श्रीवास्तव,नीरज यादव, चंद्रपाल सिंह, प्रियंका यादव, अनुश्री, सतीश, रुद्रेश त्रिपाठी, अभय, अमन ,सोनू यादव समेत इत्यादि उपस्थित रहे।